देहरादून हर्षिता: उत्तराखंड में 10 जून तक मानसून के दस्तक देने की संभावना है. मानसून से पहले प्री मानसून का असर उत्तराखंड में दिखाई देने लगा है. मौसम विज्ञान केंद्र ने अगले कुछ दिनों तक प्रदेश के तमाम हिस्सों में हल्की से माध्यम बारिश की संभावना जताई है. खासकर प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में तेज हवाएं चलने, बिजली चमकने के साथ ही बारिश होने की संभावना है. यही वजह है कि मौसम विभाग में प्रदेश के खासकर पर्वतीय क्षेत्रों में यात्रा के दौरान विशेष सावधानियां बरतने के निर्देश दिए हैं. मौसम विभाग की ओर से जारी पूर्वानुमान के बाद आपदा प्रबंधन विभाग भी तैयारियां दुरुस्त रखने का दावा कर रहा है.

उत्तराखंड में हर साल मानसून सीजन के दौरान प्रदेश के तमाम हिस्सों में आपदा जैसे हालात बनते हैं. आपदा की वजह से जान माल का काफी नुकसान होता है जिसके चलते आपदा प्रबंधन विभाग, मानसून शुरू होने से पहले राहत बचाव कार्यों पर विशेष जोर देता है. जिससे मानसून सीजन के दौरान अगर कहीं आपदा जैसी स्थिति बनती है तो तत्काल प्रभाव से राहत बचाव के कार्य किया जा सके. मौसम विभाग ने 6 जून तक प्रदेश के तमाम हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है. येलो अलर्ट के तहत, देहरादून, पौड़ी, टिहरी, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी, चमोली, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिले में कहीं कही गर्जन, आकाशीय बिजली चमकने और तेज हवाएं चलने के साथ बारिश होने की संभावना है.

राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार भारी बारिश के चलते बनी आपदा जैसी स्थिति की वजह से देहरादून में कल एक व्यक्ति की मौत हुई है. इसके साथ पिथौरागढ़ जिले में बारिश की वजह से 3 ग्रामीण मार्ग क्षतिग्रस्त हो गए हैं. मौसम विभाग की ओर से जारी अलर्ट के अनुसार प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में यात्रा करने के दौरान विशेष सावधानियां बरतने की बात कही गई है. मौसम विभाग ने इस बात का भी जिक्र किया है कि पर्वतीय मार्गों पर बारिश की वजह से भूस्खलन होने की भी संभावना है. ऐसे में चारधाम यात्रा पर जा रहे यात्रियों या फिर पर्यटक स्थलों की ओर रुख कर रहे पर्यटकों के साथ ही आम लोगों को भी मौसम खराब होने के दौरान सावधानियां बरतने की बात कही गई है.

मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक रोहित थपलियाल ने बताया बारिश के लिहाज से येलो अलर्ट जारी किया गया है. उसके तहत गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने, बारिश के साथ झोकेदार हवाएँ की संभावना है. ऐसे में जब मौसम खराब हो तो यात्रा करने वाले लोग किसी सुरक्षित जगह पर रुक जाएं.

आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने कहा मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव की ओर से लगातार समीक्षा की जा रही है. ऐसे में जिलों को निर्देश दिए गए कि नालों की सफाई की जाए, ताकि जल भराव से बचा जा सके. आपदा से राहत बचाव संबंधित उपकरण की चेकिंग कर ली जाए. साथ ही जो उपकरण खराब है उसको ठीक करवा ले नहीं तो नया उपकरण खरीद लें. इसके अलावा, बिजली, पानी और संचार की सुविधा की बनाए रखने के लिए विभागों को निर्देश दिए गए हैं. इसके अलावा, जिन जगहों पर रास्ते बाधित होने की संभावना रहती है वहां पर तीन महीने का एडवांस राशन रखने, आश्रय स्थल को चिन्हित करने के निर्देश दिए गए है. संचार को बहाल रखने के लिए 400 सेटेलाइट फोन उपलब्ध कराए गए हैं.


मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों के लिए जारी किया येलो अलर्ट

  • 3 जून को राज्य के देहरादून, पौड़ी, टिहरी और रुद्रप्रयाग जिले में कहीं-कहीं भारी वर्षा होने की संभावना है.
  • 3 जून को राज्य के पर्वतीय जिलों में कहीं-कहीं गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने, बारिश के साथ झोकेदार हवाएँ चलने की संभावना है.
  • 3 जून को राज्य के मैदानी जिलों में कहीं-कहीं गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने और झोकेदार हवाएँ संभावना है.
  • 4 जून को राज्य के पर्वतीय जिलों में कहीं-कहीं गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने, बारिश के साथ झोकेदार हवाएं चलने की संभावना है.
  • 4 जून को राज्य के मैदानी जिलों में कहीं-कहीं गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने और झोकेदार हवाएँ संभावना है.
  • 5 जून को राज्य के उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिले में कहीं-कहीं गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने और झोकेदार हवाएँ चलने की संभावना है.

By DTI