( परविंदर कौर) मानव जीवन अमर नहीं होता मृत्यु ही जीवन का सत्य है पर कुछ लोग ऐसे होते हैं जो अपने कामों से हमेशा अमर रहते हैं दुनिया में उन्हीं में से एक थे स्वर्गीय वैद श्री कृष्ण लाल पुष्करणा जी जिन्होंने अपने जीवन में बहुत ही उतार-चढ़ाव देखे पर जीवन में कभी हार नहीं मानी हमेशा अपने बच्चों को सत्य के मार्ग पर चलने का ज्ञान दिया और हमेशा अच्छे कार्य करने के लिए प्रेरित किया वही समाज में हमेशा उनकी छवि धार्मिक समाजसेवी की रही हमेशा समाजिक कार्यों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया
हर किसी के दुख सुख में शामिल होते थे मानवता की सेवा करने को ही कर्म धर्म मानते थे स्वर्गीय कृष्ण लाल पुष्करणा जी के जाने के बाद जहां उनका परिवार दुखित है वही उनको जानने वाले उनके बारे में बात करते हुए कहते हैं कि उन्होंने कभी भी किसी को ऐसे बोल नहीं बोले कि किसी का जिससे दिल दुखे यदि कभी किसी दुखी व्यक्ति से या परिवार से मिलते थे तो कहते थे अगर तुम्हें मेरी किसी भी मदद की आवश्यकता हो तो बिना किसी संकोच के मुझे बताना मैं सुख से पहले तुम्हारे दुख में तुम्हारे साथ खड़ा हूं उन्होंने जीवन भर सत्य का मार्ग नहीं छोड़ा अच्छे काम करने वाले भले ही दुनिया से चले जाएं पर उनका नाम हमेशा रहता है स्व. वैद श्री कृष्ण लाल पुष्करणा जी के परिवार की ओर पुष्करणा जी की अंतिम रस्म क्रिया जैन भवन कपूरथला चौक जालंधर 21-2-23 समय 1:00 से 2:00