ललितपुर ,डीटी आई न्यूज़।ललितपुर में थाने में नाबालिग से रेप के मामले में मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने मुख्य सचिव और डीजीपी से रिपोर्ट तलब की है। एनएचआरसी ने मीडिया में आई खबरों पर स्वतः संज्ञान लेते हुए नोटिस जारी किया है। नोटिस में लिखा है कि ललितपुर के पाली थाने में 13 साल की गैंगरेप पीड़िता के साथ एसएचओ द्वारा रेप की घटना बेहद गंभीर है। अपने साथ हुई दरिंदगी की रिपोर्ट दर्ज कराने थाने गई किशोरी के साथ रेप की घटना पीड़ितों के मानवाधिकार का उल्लंघन है। दोनों अधिकारियों से पूरे मामले पर चार हफ्ते में नोटिस का जवाब देने को कहा गया है।
इंस्पेक्टर प्रयागराज से गिरफ्तार, पूरा पाली थाना लाइन हाजिर
नाबालिग गैंगरेप पीडि़ता के साथ थाने के अंदर दुष्कर्म के मामले में पूरा पाली थाना लाइनहाजिर कर दिया गया है। पुलिस ने इंस्पेक्टर समेत सभी छह आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। पीड़िता की नामजद मौसी समेत पांच को जेल भेज दिया गया है। प्रयागराज में गिरफ्तार इंस्पेक्टर से पूछताछ की जा रही है।
मामले की जांच डीआईजी झांसी को सौंपी गई है, जो 24 घंटे में रिपोर्ट देंगे। एडीजी भानु भास्कर ने शासन को प्राथमिक रिपोर्ट भेज दी है। थाने में 28 लाइन हाजिर स्टाफ की जगह नई तैनाती कर दी गई है। उधर इस मामले में राजनीति भी गर्मा गई है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव पाली पहुंच रहे हैं। कांग्रेस व आप नेताओं ने ट्वीट कर सरकार की आलोचना की है।
यह है मामला
ललितपुर के थाना पाली क्षेत्र निवासी किशोरी को 22 अप्रैल को चार स्थानीय लोग बहलाकर अपने साथ ले गए थे। उसे भोपाल ले जाकर चारों ने दुष्कर्म किया। 23 अप्रैल को एसपी से मां ने शिकायत की। 26 अप्रैल को चारों किशोरी को उसकी मौसी गुलाबबाई के घर ले गए। वहां से थाने लाए। पुलिस ने बच्ची को माता-पिता के बजाए मौसी को सौंप दिया। 27 अप्रैल को इंस्पेक्टर ने किशोरी को बुलाया और थाने में दुष्कर्म किया। एसपी ने छानबीन शुरू कराई तो 30 अप्रैल को इंस्पेक्टर ने पीडि़ता को चाइल्ड लाइन के सुपुर्द कर दिया। जहां किशोरी ने आपबीती बयां की। इसके बाद मामले का खुलासा हुआ।