भारत के चंद्रयान-3 ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक लैंडिग करके इतिहास रच दिया है। भारत ऐसा करने वाले पहला देश बन गया है। भले ही साल 2019 में भारत अपने चंद्र मिशन-2 में फेल हो गया था इसके बाद भी असफलता से सीखते हुए हमारे वैज्ञानिकों ने चंद्रयान-3 पर काम शुरू कर दिया था। कोरोना काल में जब विश्व और देश कोरोना से जूझ रहा था तब भी इसरो अपने तीसरे चंद्र मिशन पर काम कर रहा था। भारत की इस सफलता में इसरो और उसके वैज्ञानिकों के साथ ही इसरो प्रमुख एस सोमनाथ का अहम योगदान है। उनके इस योगदान की पीएम मोदी ने दक्षिण अफ्रीका से फोन करके सराहना की है।
सीएम पुष्कर सिंह धामी का कहा कि “मैं इसरो के वैज्ञानिकों को बधाई देना चाहता हूं…भारत का विज्ञान और तकनीक पूरी दुनिया को दिशा देगी। हरिद्वार में पूर्व कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओ ने जश्न मनाया।
बता दें कि प्रधानमंत्री इन दिनों 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए जोहान्सबर्ग में हैं। वे वहीं से लाइव स्ट्रीमिंग के जरिए इस एतिहासिक पल को देख रहे थे। इसरो की सफलता पर उन्होंने कहा कि ये ये विकसित भारत का क्षण है। इसी के साथ ही उन्होंने वहीं से इसरो प्रमुख को फोन करके इस सफलता के लिए शुभकामनाएं और बधाई दी। साथ ही पीएम मोदी ने इसरो प्रमुख से यह भी कहा है कि वे जल्दी ही वे इस मिशन से जुड़े वैज्ञानिकों से मिलकर शुभकामनाएं देंगे।
पीएम मोदी ने इसरो प्रमुख को फोन करके बधाई दी। उन्होंने कहा कि सोमनाथ जी, आपका तो नाम ही सोमनाथ है और सोमनाथ चंद्र से जुडा हुआ है और इसलिए आपके परिवार जन भी बहुत आनंदित होगें। मेरी तरफ से आपको और आपकी पूरी टीम को बहुत बहुत बधाई। और सबको मेरी तरफ से अभिनंनद कह दीजिए। और जितना जल्दी हो सके मैं आप सबको रूम में भी बधाई दूंगा। बहुत-बहुत शुभकामनाएं और बधाई।