दिव्या टाइम्स इंडिया।शादी के बाद एक महिला के लिए पति और उसके बच्चे ही उसकी पूरी दुनिया होते हैं, लेकिन इस बीच हंसती-खेलती जिंदगी में एकाएक पति लापता हो जाए और सालों तक उसकी कोई खोज खबर न मिले, तो हर तीज-त्योहार बेमानी सा लगता है। करवा चौथ पर जब सारी महिलाएं अपने पति के हाथ से जल ग्रहण कर अपना व्रत तोड़ती हैं। वहीं, बागपत जनपद में ऐसी महिलाएं भी हैं, जिनकी आंखें अपने चांद के दीदार को तरस गईं। 

इस बार भी उनका चांद वापस घर नहीं लौटा, उनके दिल को उम्मीद है कि वो लौट आएंगे। हैरानी की बात यह है कि पुलिस प्रशासन ने भी बढ़ते काम के चलते अब महिलाओं के लापता पतियों की तलाश धीमी कर दी है।

जहां एक ओर आज हजारों सुहागिन महिलाएं अपने पतियों की लंबी आयु के लिए व्रत रखेंगी। वहीं, जनपद में सैकड़ों महिलाएं ऐसी हैं, जिनके पति सालों से गायब हैं, जो घर से तो निकल गए, लेकिन आज तक वापस नहीं लौटे। ऐसे में ये महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए करवा चौथ का व्रत तो रखती हैं। मगर उन्हें ये तक पता नहीं कि उनके पति कहां हैं, उनके साथ क्या हुआ, वह उनकी जिंदगी में कभी लौटेंगे या नहीं।

हर साल करवा चौथ का व्रत उनकी इस आस को और मजबूत करता है कि उनके पति एक दिन जरूर लौट आएंगे। जनपद में ऐसे कई केस पुलिस रिकार्ड में दर्ज हैं, जहां एक दिन घर से निकले महिलाओं के पति आज तक लौटकर नहीं आए।

बावली गांव की अंजलि का पति अनुज वर्ष 2020 में अचानक गायब हो गया, लेकिन आज तक वापस नहीं लौटा। अनुज मोबाइल रिचार्ज कराने के लिए घर से बाहर गया था, लेकिन कभी लौट कर नहीं आया।

खेकड़ा कस्बा निवासी महिला हेमा का पति विनायक 19 अक्टूबर 2019 को अचानक घर से गायब हो गया। पीड़िता ने तत्कालीन आईजी तक गुहार लगाई, लेकिन आज तक कोई पति का कोई सुराग नहीं लगा। बच्चों सहित पूरा परिवार चिंतित है। चार साल बीत जाने के बाद भी उसका कहीं सुराग नहीं लगा।ऐसे ही कई और भी लोग है जो लापता है लेकिन पत्नियां व्रत रखती है।

लापता लोगों की तलाश में पुलिस विभिन्न थानों, रेलवे स्टेशन सहित सावर्जनिक स्थलों पर लापता व्यक्तियों के फोटो चस्पा करती हैं, अन्य थानों पर भी सूचना दी जाती है, हमारी कोशिश रहती है कि लापता व्यक्तियों को जल्द से जल्द ढूंढा जाए। – सविरत्न गौतम सीओ बड़ौत

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