हरिद्वार, मीडिया रिपोर्ट। श्रीबालाजी ज्वेलर्स के शोरूम में चार करोड़ की डकैती डालने वाले बदमाशों के तार हरियाणा और उत्तरप्रदेश से जुड़ रहे हैं। पुलिस और सीआईयू की पांच टीमें इन राज्यों में पहुंच गई हैं। हरियाणा में खासतौर पर टीमें खोजबीन में जुटी हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ, शामली सहित आसपास के जिलों में भी टीमें लगी हैं। बदमाशों से जुड़े कुछ लोगों तक पुलिस के पहुंचने की भी बात कही जा रही है।

गौरतलब है कि रविवार की दोपहर रानीपुर मोड़ के पास अतुल गर्ग के श्रीबालाजी ज्वैलर्स के नाम से बने शोरूम में हथियार के साथ पहुंचे बदमाशों ने करोड़ों की डकैती की थी। इस मामले में एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने पुलिस और सीआईयू की 11 टीमें गठित की हैं, जो डकैतों के खोजबीन में लगी हैं। आईजी गढ़वाल करन सिंह नगन्याल ने भी घटनास्थल पहुंचकर अतुल गर्ग से जानकारी लेकर बदमाशों को जल्द गिरफ्तार कर लेने का दावा किया था। साथ ही मामले में एडीजी लॉ एंड कानून ने भी जिले की संयुक्त टीम के साथ ही एसटीएफ को भी डकैती के खुलासे के लिए जिम्मेदारी सौंपी है। टीमें अब तक एक हजार से अधिक सीसीटीवी कैमरे खंगालते हुए आरोपियों के पीछे लगी हैं।

प्रारंभिक जांच-पड़ताल में ज्वालापुर के एक आश्रम में रुकने की बात सामने आ रही है। पुलिस ने छानबीन में पाया कि आश्रम में रुके तीन लोगों ने फर्जी आधार और मोबाइल नंबर रजिस्टर में दर्ज कराया था। पुलिस सीसीटीवी और बदमाशों के हुलिए से इसकी जांच कर रही है।

डकैती के बाद पुलिस बदमाशों के भागने से लेकर उनके यहां पहुंचने तक की सीसीटीवी से सुराग ढूंढ रही है। साथ ही आसपास के सभी होटल-धर्मशालाएं और आश्रमों के भी रिकॉर्ड खंगाल रही है। अभी तक की जांच में ये बात निकलकर सामने आई है कि बदमाश 29 अगस्त को ही हरिद्वार पहुंच गए थे और यहीं रुककर रेकी कर रहे थे। एसएसपी प्रमेंद्र तोमर ने बताया कि मामले की जांच चल रही है, कुछ जानकारियां मिली हैं, जल्द ही मामले का खुलासा किया जाएगा।

हिमाचल में डकैती की कोशिश की वीडियो भी आई सामने

हरिद्वार में डकैती की वारदात को अंजाम देने वाले बदमाशों की हिमाचल के ऊना में भी वारदात को अंजाम देने की सीसीटीवी फुटेज सामने आई है। हरिद्वार पुलिस ने हिमाचल पुलिस से संपर्क साधा, तो ये बात सामने आई। आरोपियों ने जून माह में एक फाइनेंस कंपनी में डकैती डालने का प्रयास किया था, मगर कंपनी के कर्मचारियों की सतर्कता के कारण बदमाश असफल हो गए थे और भाग निकले थे।

By DTI