हरिद्वार, हर्षिता। राज्य सचिवालय में देर शाम तक चली प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक में 25 प्रस्तावों पर चर्चा हुई। सीएम पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में हुई बैठक में मंजूर हुई कीवी नीति के तहत सरकार ने राज्य में 2030-32 तक 3300 हेक्टेयर क्षेत्रफल में 33 हजार मीट्रिक टन कीवी का उत्पादन करने का लक्ष्य बनाया है। वर्तमान में 682 हेक्टेयर में 381 मीट्रिक टन कीवी का उत्पादन हो रहा है। नीति के तहत 50 से 70 फीसदी की सब्सिडी दी जाएगी।
कैबिनेट ने मुख्यमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम योजना के तहत उठान, तुड़ान और ग्रेडिंग इकाई स्थापित करने के लिए 60 प्रतिशत अनुदान मिलेगा। सेब की तुड़ाई के बाद उठान व ग्रेडिंग के अलावा संग्रहण(स्टोर) के लिए अलग से इकाई बनाने व नियंत्रित वातावरण (कंट्रोल्ड एटमास्फियर) के लिए 50 प्रतिशत सब्सिडी मिलेगी।
ड्रैगन फ्रूट की खेती में 80 प्रतिशत तक सब्सिडी
कैबिनेट ने ड्रैगन फ्रूट की खेती को बढ़ावा देने के लिए योजना को मंजूरी दे दी है। इसके तहत एक एकड़ में ड्रैगन की खेती पर आठ लाख रुपये की लागत आएगी। इसके लिए योजना में 80 प्रतिशत तक सब्सिडी का प्रावधान किया गया है।
मोटे अनाज के लिए भी 80 प्रतिशत की सब्सिडी
कैबिनेट उत्तराखंड राज्य मोटा अनाज नीति पर मुहर लगा दी है। नीति में चयनित मोटे अनाज के बीज और जैव उर्वरक, जैव कीटनाशक, जिंक, सूक्ष्म पोषक तत्व पर 80 प्रतिशत अनुदान दिया जाएगा। नीति के तहत दो चरणों में काम होगा। पहले चरण में 2025-26 से 2027-28 तक चयनित 24 विकासखंडों में 30 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल पर, दूसरे चरण में वर्ष 2028-29 से 2030-31 तक 44 विकासखंडों में 40 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल में मोटे अनाज की खेती होगी।