हरिद्वार/देहरादून। हर्षिता । भीषण गर्मी, भट्टी जैसे डिब्बे और न कोई सुनवाई… अमृतसर से देहरादून जा रही ट्रेन संख्या 14632 में सफर कर रहे यात्रियों के लिए यह यात्रा किसी भविष्यवाणी से कम नहीं रही। पूरे रास्ते कभी गार्ड का डिब्बा आगे तो कभी पीछे, इस फेरबदल में AC कोच की बिजली व्यवस्था पूरी तरह ठप हो गई।समाचार लिखे जाने तक 1,30pm पर अभी गार्ड के डिब्बे की अदला बदली चल रही है।

चार घंटे तक ट्रेन एकांत जगह पर खड़ी रही। यात्रियों ने मदद के लिए रेलवे के हेल्पलाइन और कस्टमर केयर नंबर पर कॉल किए, लेकिन कहीं से कोई जवाब नहीं मिला। हालात ऐसे थे कि AC डिब्बों में भीषण गर्मी में 42 डिग्री तक ठंडी हवा की जगह गर्म हवा, यात्री पसीने-पसीने होकर तड़पते रहे।

यात्रियों की नाराज़गी भड़की

“बच्चे, बुजुर्ग सभी परेशान थे। इतनी भीषण गर्मी में एक मिनट भी बाहर खड़ा नहीं हुआ जाता और ट्रेन को जंगल के बीच घंटों खड़ा कर दिया गया। न कोई जवाबदेही, न कोई माफी,” – एक यात्री ने गुस्से में कहा।

रेलवे प्रशासन की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। इस पूरे घटनाक्रम ने एक बार फिर रेलवे की कार्यशैली और आपात सेवाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

By DTI