संजीव मेहता। क्या आप भी उन लोगों में से हैं जो किसी भी चार्जर से अपने स्मार्टफोन को चार्ज कर लेते हैं? अगर ऐसा है, तो आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए, वर्ना भारी नुकसान हो सकता है. चूंकि सभी चार्जर एक जैसे नहीं होते हैं न ही हर स्मार्टफोन की चार्जिंग कैपेसिटी एक जैसे होती है.

ऐसे में सिर्फ किसी ऐसे चार्जर का इस्तेमाल करना जो आपके फोन में फिट बैठता हो आपको महंगा पड़ सकता है. कोई भी चार्जर इस्तेमाल करने से आपके फोन की बैटरी खराब हो सकती है. आइए जानते हैं इसका आपके फोन पर क्या-क्या असर पड़ सकता है.

क्या होता है Charger का काम?
आसान भाषा में समझे तो Mobile Phone चार्जर का सिर्फ एक काम होता है, डिवाइस को चार्ज करना, लेकिन जितना आसान इसे कहना है उतनी आसान यह प्रक्रिया नहीं होती है. दरअसल, चार्जर का काम आपके फोन या टैबलेट तक AC पावर को DC में कन्वर्ट करके पहुंचाना होता है. इसलिए तो इन्हें चार्जर नहीं ऐडॉप्टर कहते हैं.

अपने स्मार्टफोन को चार्ज करने के लिए यूजर्स को हमेशा ओरिजनल चार्जर का ही इस्तेमाल करना चाहिए. चूंकि हर स्मार्टफोन की चार्जिंग कैपेसिटी अलग होती है और पिछले कुछ सालों में फास्ट चार्जिंग का चलन बढ़ा है.
ऐसे में दूसरे स्मार्टफोन के चार्जर या फिर फेक चार्जर से फोन को चार्ज करने पर उसकी बैटरी लाइफ कम हो सकती है. अगर कभी फोन का चार्जर खराब भी हो जाए, तो आपको Output Voltage और करेंट को ध्यान में रखकर नया चार्जर लेना चाहिए.

By DTI