अल्मोड़ा, डी टी आई न्यूज़।अल्मोड़ा के बखरियाटाना में बरात की कार हादसे में मारे गए दूल्हे के पिता जयंत सिंह, भाभी अंकिता का अंतिम संस्कार शनिवार शाम बागेश्वर के श्मशान घाट पर किया गया। दूल्हे दिनेश के सिर से सेहरा भी नहीं उतरा था कि उसे मुंडन कराना पड़ा।
पिता, भाभी से आशीर्वाद लेने के बजाय उनकी चिता को मुखाग्नि देनी पड़ी। भतीजे समर के शव को गांव के ही श्मशान घाट में दफनाया गया। दूल्हे की बहन सीमा का अंतिम संस्कार उसके ससुराल डोटियालगांव में किया गया।
दूल्हे ने पिता और भाभी के शव को मुखाग्नि दी। शवयात्रा में बढ़ी संख्या में लोग शामिल रहे। दूल्हे की मासूम भतीजी अक्षिता रौतेला और भांजी योगिता बार-बार अपनी मां को पुकार रहे हैं। दोनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
दूल्हे दिनेश समेत परिवार और गांव के लोग इस हादसे से स्तब्ध हैं। विवाह होने के बाद दूल्हा दिनेश दुल्हन को विदा कर अपने घर लौटा था। गांव वाले भी बरात के घर पहुंचने का इंतजार कर रहे थे।
दूल्हे ने पिता और भाभी के शव को मुखाग्नि दी। शवयात्रा में बढ़ी संख्या में लोग शामिल रहे। दूल्हे की मासूम भतीजी अक्षिता रौतेला और भांजी योगिता बार-बार अपनी मां को पुकार रहे हैं। दोनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
दूल्हे दिनेश समेत परिवार और गांव के लोग इस हादसे से स्तब्ध हैं। विवाह होने के बाद दूल्हा दिनेश दुल्हन को विदा कर अपने घर लौटा था। गांव वाले भी बरात के घर पहुंचने का इंतजार कर रहे थे।
वहीं, चाचा की शादी में भतीजी अक्षिता ने खूब ठुमके लगाए। शादी के बाद पार्टी को लेकर वह खुश थी लेकिन हादसे ने उसकी सारी खुशियां छीन लीं। अपने ही सामने ही मां, भाई, दादा, बुआ को खोने के बाद वह बेसुध है। मम्मी तुम कहां हो, पापा जल्दी आ जाओ…उसके मुंह से निकल रहे बार-बार ये शब्द अस्पताल में सभी को रुला रहे हैं।
अक्षिता अपने चाचा दिनेश उर्फ विक्की की बरात का कई दिनों से बेसब्री से इंतजार कर रही थी। शुक्रवार रात भी उसने जमकर नाच-गाना किया। आज होने वाली पार्टी (रिसेप्शन) को लेकर भी वह बहुत खुश थी। इस हादसे ने अक्षिता की सारी खुशियां एक झटके में छीन लीं।