देहरादून, डी टी आई न्यूज़।चारधाम यात्रा में सरकार ने वाहनों के लिए ग्रीन कार्ड बनवाना अनिवार्य किया है। सोमवार से ऋषिकेश में ग्रीन कार्ड बनने शुरू हो गए हैं। एआरटीओ कार्यालय से परिवहन मंत्री चंदन रामदास ने ग्रीन कार्ड जारी किए। पहले दिन 10 ट्रांसपोर्टरों को ग्रीन कार्ड जारी किए। मंत्री ने कहा कि इस साल चारधाम यात्रा के लिए 350 बसें रिजर्व में रहेंगी और स्कूल बसों का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा।
परिवहन मंंत्री चंदन रामदास ने कहा कि इस बार चारधाम यात्रा में यात्रियों को किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होगी। चारधाम यात्रा में यात्रियों की सुरक्षा और सुविधाओं का ध्यान रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि चारधाम के चरम पर होने के कारण बसों की कमी न पड़े के लिए परिवहन विभाग की ओर से 350 बसें रिजर्व में रखी जाएंगी। इस बार स्कूल बसों को चारधाम यात्रा पर नहीं भेजा जाएगा। बसों की पूर्ति करने के लिए दूसरे प्रदेशों के ट्रांसपोर्टरों से बात की जा रही है।
46 लाख से ज्यादा तीर्थयात्री आने की उम्मीद
उन्होंने कहा कि पिछली बार 46 लाख तीर्थयात्री आए थे। इस बार पिछली बार से ज्यादा तीर्थयात्री आएंगे। पिछली बार जो कमियां रह गई थीं उन्हें सुधारा जा रहा है। चारधाम यात्रा मार्ग पर बस चालक-परिचालकों के लिए खाना और विश्राम करने के इंतजाम किए जा रहे हैं। जाम के कारण यात्रियों को कोई परेेशानी न हो इसके भी इंतजाम किए जा रहे हैं। चारधाम यात्रा से पहले रोडवेज की अनुबंधित 200 सीएनजी बसें आ जाएंगी। 60 इलेक्ट्रिक बसें भी रहेंगी।
पहला ग्रीन कार्ड चौहान टूरिस्ट टैक्सी सर्विस ब्यासी के स्वामी के मेघ सिंह चौहान के नाम बना। इस अवसर पर मेयर अनीता ममगाईं, रोटेेशन के अध्यक्ष संजय शास्त्री, रोटेशन के कार्यकारी अध्यक्ष मनोज ध्यानी, गढ़वाल मंडल बहुउद्देशीय समिति के पदाधिकारी विनोद प्रसाद भट्ट, योगेश उनियाल, भोपाल सिंह नेगी, आरटीओ सुनील शर्मा, द्वारिका प्रसाद, अरविंद पांडे, मोहित कोठारी, प्रदीप रौथाण, विकास सिंह आदि उपस्थित थे।
ऐसे बनवाएं ग्रीन कार्ड
चारधाम यात्रा की पूरी अवधि के लिए यह ग्रीन कार्ड मान्य होता है। ग्रीन कार्ड बनवाने के लिए वाहन को आरटीओ कार्यालय में ले जाना पड़ता है। यहां पर वाहनों के समस्त कागज, आरसी, फिटनेस प्रमाण पत्र, बीमा प्रमाण पत्र, प्रदूषण नियंत्रण प्रमाण पत्र, परमिट, वाहन कर जमा करने का प्रमाण पत्र, चालक का लाइसेंस चेक किया जाता है। इसके बाद यह परीक्षण किया जाता है कि संबंधित वाहन चारधाम यात्रा के लिए उपयुक्त है या नहीं। पर्वतीय मार्गों पर सफर के लिए वाहन का तकनीकी रूप से परीक्षण होता है। वाहन की लाइट, डिपर, वाईपर, ब्रैक, स्टेयरिंग, टायर आदि की जांच की जाती है। वाहन में फर्स्ट एड किट, लकड़ी अथवा लोहे का गुटका व अग्निशमन यंत्र होना अनिवार्य है।
सभी परीक्षणों पर खरा उतरने के बाद व्यावसायिक वाहन स्वामी को greencard.uk.gov.in वेबसाइट पर जाकर आवेदन करने के बाद ग्रीन कार्ड प्रदान कर दिया जाता है। इस कार्ड के बाद ट्रिप के लिए वाहन स्वामी को ट्रिप कार्ड लेना होता है। ट्रिप कार्ड प्रत्येक ट्रिप के लिए अलग-अलग बनवाना होगा। इस ट्रिप कार्ड को भी परिवहन विभाग की वेबसाइट greencard.uk.gov.in पर दिए गए लिंक से ऑनलाइन प्राप्त किया जा सकता है।