लखनऊ, डी टीआई न्यूज़।यूपी में माफिया अतीक अहमद के पुत्र असद अहमद और शूटर गुलाम के एनकाउंटर के बाद यूपी पुलिस के एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस की और पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी।
एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि अतीक अहमद और अशरफ को छुड़ाने से पुलिस के काफिले पर हमले की योजना बनाई जा रही थी। जिसके आधार पर पुलिस व स्पेशल फोर्स की तैनाती की गई थी। हमारी तैयारी इतनी अच्छी थी कि वो पुलिस के काफिले पर हमला नहीं कर सके और पुलिस ने उन्हें मार गिराया।

एनकाउंटर स्पेशिलिस्ट हैं यूपी एसटीएफ के चीफ अमिताभ यश

यूपी एसटीएफ के चीफ अमिताभ यश को एनकाउंटर स्पेशिलिस्ट कहा जाता है। साल 1996 बैच के आईपीएस अधिकारी अमिताभ बिहार के भोजपुर जिले के रहने वाले हैं। उन्होंने दिल्ली के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से पढ़ाई पूरी की और फिर यूपीएससी की परीक्षा पास करके पुलिस अधिकारी बने । बुंदेलखंड के जंगलों में कई दस्युओं को मारने का क्रेडिट भी अमिताभ यश को ही जाता है। वहीं, विकास दुबे का जब एनकाउंटर हुआ, तब अमिताभ यश आईजी के पद पर तैनात थे। कई पुलिसकर्मियों को मारने के आरोपी विकास दुबे को यूपी एसटीएफ की टीम ने मध्य प्रदेश के उज्जैन से पकड़ा था, जिसके बाद रास्ते में भागने कोशिश के दौरान उसका एनकाउंटर कर दिया गया था। अब एक बार फिर से अमिताभ यश के यूपी एसटीएफ चीफ रहते हुए असद और मोहम्मद गुलाम को मार गिराया गया।

कैसे हुआ असद और गुलाम का एनकाउंटर?

उमेश पाल हत्याकांड में असद, गुलाम समेत अन्य आरोपियों को पुलिस लंबे समय से ढूंढ रही थी। ये आरोपी लगातार पुलिस को चकमा देने में कामयाब हो रहे थे और एक जगह से दूसरी जगह ठिकाना बदल रहे थे। गुरुवार को असद और गुलाम के झांसी के बड़ा गांव और चिरगांव थाना क्षेत्र के बीच में पारीक्षा डैम के इलाके में होने की जानकारी सामने आई, जिसके बाद यूपी एसटीएफ की टीम ने दोनों को घेर लिया। दोनों बाइक से कहीं जा रहे थे। दोनों को पकड़ने की कोशिश की गई, लेकिन इस बीच एसटीएफ की टीम पर फायरिंग शुरू कर दी गई। इसके बाद एसटीएफ की टीम ने जवाबी फायरिंग करते हुए असद और गुलाम को एनकाउंटर में मार गिराया।

By DTI