(परविन्दर कौर)शहीद ऊधम सिंह नगर वासी पिछले कई वर्षों से टूटी गलियों एवम् सीवरेज के पानी से परेशानी का सामना कर रहे थे। सभी राजनीतिक दलों के नेताओं से भी सड़कों के निर्माण की गुहार लगाई लेकिन कोई बात नही बनी। 2019 के लोकसभा चुनाव में भी स्थानीय निवासियों ने चुनाव के बहिष्कार का ऐलान कर दिया था और पूरे शहीद ऊधम सिंह नगर में “रोड नहीं तो वोट नहीं” के बैनर लगा कर सभी राजनीतिक दलों को वोट देने से मना कर दिया था।
बरसात में तो यहां से पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता था और कई बार स्कूल जाते बच्चे और बुजुर्ग पैर फिसलने के कारण गिर पड़ते थे। उसके बाद शहीद उधम सिंह नगर वासी सुरिंदर मित्तल पूर्व प्रीसाइडिंग सदस्य उपभोक्ता अदालत कपूरथला और जालंधर ने लोक अदालत कपूरथला में केस दायर कर दिया था। सुनवाई के दौरान मित्तल के वकील टी एस ढिल्लो की दलीलें सुनने के बाद नगर निगम के ढीले रवैया से नाराज लोक अदालत ने निगम के कमिश्नर को अदालत में हाजिर होने के आदेश जारी कर दिए थे। उसके तुरंत बाद सड़कों का निर्माण शुरू हो गया था। लेकिन अकाल स्टेडियम के पास सड़क का निर्माण रह गया था और अब उस सड़क का निर्माण भी पूर्ण हो गया हैं। मित्तल ने लोगों से अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होने और उनके लिए लड़ाई लड़ने की अपील की।