राज्य प्रमुख हर्षिता, देहरादून: चुनाव लोकसभा के हों अथवा विधानसभा के, नेताओं के इधर से उधर जाने का सिलसिला चलता है, लेकिन इस बार जिस गति से कांग्रेस नेता पार्टी छोड़कर भाजपा में जा रहे हैं, उसने राज्य में कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। इस कड़ी में रविवार को बदरीनाथ से विधायक राजेंद्र भंडारी और टिहरी से पूर्व विधायक धन सिंह नेगी के त्यागपत्र से कांग्रेस का चौंकना स्वाभाविक है।
भंडारी के भाजपा में शामिल होने के दृष्टिगत मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जिस तरह से चुपचाप दिल्ली पहुंचे, उससे साफ है कि भाजपा का कुनबा बढ़ाने के लिए सरकार और संगठन दोनों, कितने सक्रिय हैं।
चर्चा है कि पार्टी के आधा दर्जन से ज्यादा नेता भाजपा के संपर्क में हैं, जिनमें कुछ विधायक भी शामिल बताए जा रहे हैं। ऐसे में आने वाले दिनों में कांग्रेस को कुछ बड़े झटके लग सकते हैं। उधर, राजेंद्र भंडारी के भाजपा में शामिल होने पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर दलबदल कानून के अंतर्गत भंडारी की सदस्यता निरस्त करने की मांग की।
उधर, पूर्व विधायक धन सिंह नेगी के कांग्रेस से इस्तीफे पर प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष व कांगे्रस नेता मथुरादत्त जोशी ने कहा कि नेगी को निष्क्रियता के चलते पहले ही पार्टी से निकाला जा चुका है। ऐसे में उनके जाने से कोई असर नहीं पड़ता।