यमकेश्वर,मनीषा वर्मा । सडक किसी भी देश राज्य व गांव के बिकास की प्रथम सीढी मानी जाती है सडकों के बिना किसी भी क्षेत्र की कल्पना करना शायद ही मुमकिन हो! यदि हम बात करें प्रदेश के सबसे नजदीकी बिकाश खंड यमकेश्वर की तो यहां पर विकास की तस्वीर यहां की सडकों के माध्यम से उभर कर सामने आ जाती है! यमकेश्वर की स्थानीय जन समस्याओं को
हमेशा अपनी बेवाक व स्पष्टवादी टिप्पंणी के माध्यमों से उजागर कर हमेशा सुर्खियों मे रैहने वाले पूर्व सैनिक एवं बर्तमान क्षेत्र पंचायत सदस्य बूंगा आप नेता सुदेश भट्ट ने बताया कि जहां आज तीरथ सरकार अपनी सौ दिन पूर्ण करने पर जश्न मना रही है वहीं राज्य निर्मांण के बाद भाजपा का अभेद्य किला माने जाने वाले यमकेश्वर की ये सडकें सरकारों की यहां पर अभी तक 20 सालों की उपलब्धियों को बयां करने के लिये काफी हैं!
सुदेश भट्ट ने बताया कि ये तस्वीरें है यमकेश्वर को प्रदेश की राजधानी देहरादून से जोडने वाले घट्टुगाड, मोहन चट्टी, गैंड खाल, सिलोगी, गुमखाल जिला मुख्यालय पौडी समेत लैंसडौन कोटद्वार को जोडने वाले राज मार्ग की जो जून की पहली ही बर्षात मे नदी का विकराल रुप धारण कर चुकी है और आने वाले समय मे यदि यही हाल रहा तो स्थिती ओर भी भयावह हो सकती है सडक की ईस दुर्दशा से चिंतित व आक्रोशित पूर्व सैनिक सुदेश भट्ट ने स्थानीय युवाओं व आम आदमी पार्टी के कार्य कर्ताओं के साथ लबालब जलाशय का का रुप धारण कर चुकी सडक पर मच्छी मारने का जाल लगाकर अपना बिरोध प्रदर्शित किया व साथ ही सरकार से मांग करी की यदि उक्त समस्या का शीघ्र निवारण नही किया गया तो स्थानीय ग्रामीण व यमकेॆश्वर विधान सभा के सैकडों आप कार्य कर्ता स्थानीय जन समस्याओं को लेकर सडकों पर उतरने को बाध्य होंगे !सडक की दयनीय स्थिती पर सुदेश भट्ट ने बताया कि सिलोगी गैंडखाल से लेकर घट्टुगाड तक सडक किनारे सुरक्षा के नाम करोडों रुपये खर्च कर कार्य अधुरे छोड दिये गये हैं व जहां विकाश के नाम पर गहरी गहरी खाई व नुकीले सरिये खुला छोडकर जनता के साथ खिलवाड किया गया जो कि हमेशा बडी दुर्घटनाओं को न्योता देती हुयी प्रतीत हो रही है यदि उक्त अधुरे कार्यों को शीघ्र पूर्ण नही किया जाता तो यमकेश्वर आप कार्य कर्ता व स्थानीय जनता हल्ला बोल कार्यक्रम के तहत जनता की आवाज बुलंद करेगी विरोध प्रदर्शन करने वालों मे भगत राम जोशी, प्रदीप बिष्ट, शंकर, जितेंद्र, अश्वनी, मुकेश , सुमित बिष्ट आदि शामिल थे