हरिद्वार/देहरादून, हर्षिता। भाजपा के पूर्व विधायक सुरेश राठौर एक बार फिर विवादों में हैं। इस बार मामला किसी राजनीतिक मतभेद या पार्टी लाइन से नहीं, बल्कि व्यक्तिगत जीवन से जुड़े एक महिला विवाद का है, जिसने अब पूरी पार्टी को कटघरे में ला खड़ा किया है।
बीजेपी ने इस पर गंभीर रुख अपनाते हुए उन्हें कारण बताओ नोटिस भेजा है और कहा गया है कि वह 7 दिन में लिखित जवाब पार्टी को सौंपें।


🎥 क्या है मामला?

कुछ समय पहले एक वीडियो सामने आया था जिसमें सुरेश राठौर एक महिला के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस करते नजर आ रहे थे।
इस प्रेस वार्ता में महिला ने खुद को राठौर की पत्नी बताते हुए सार्वजनिक रूप से उनकी शादी की घोषणा की थी।
महिला ने कहा कि वह कई वर्षों से उनके साथ हैं और अब समाज में अपना हक मांग रही हैं।

यह वीडियो सामने आते ही मीडिया और सोशल मीडिया पर तूफान खड़ा हो गया।
विपक्षी दलों ने बीजेपी पर हमला बोला और पार्टी की आंतरिक नैतिकता पर सवाल उठाए।


🔍 पार्टी की प्रतिक्रिया: “अनुशासनहीनता” और “छवि धूमिल”

भाजपा ने इस घटना को अनुशासनहीनता की श्रेणी में रखा है।
पार्टी प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी ने कहा कि –

“जब कोई नेता अपने निजी जीवन की बातें सार्वजनिक चौराहों पर करता है, तो उससे न केवल उसकी छवि बल्कि पार्टी की भी साख पर असर पड़ता है।”

प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के निर्देश पर महामंत्री राजेंद्र बिष्ट ने नोटिस जारी करते हुए 7 दिन में जवाब माँगा है।
पार्टी का कहना है कि सोशल मीडिया, प्रेस और पब्लिक प्लेटफॉर्म्स पर सुरेश राठौर के आचरण को लेकर लगातार नकारात्मक चर्चाएं हो रही हैं, जो भाजपा की छवि को नुकसान पहुँचा रही हैं।

By DTI