हरिद्वार, हर्षिता।हरिद्वार पुलिस ने एक बार फिर अपनी काबिलियत का लोहा मनवाते हुए रिटायर्ड एयरफोर्स कर्मी की हत्या का सनसनीखेज खुलासा कर दिया। हत्या का मास्टरमाइंड और कोई नहीं, बल्कि मृतक का कलयुगी बेटा ही निकला, जिसने दोस्तों संग मिलकर 30 लाख रुपये व एक स्कॉर्पियो में पिता की हत्या की सुपारी दी थी।
🔥 क्राइम की कहानी — बेटे ने रची थी पिता की मौत की साजिश

मृतक भगवान सिंह की करोड़ों की संपत्ति पर बेटे यशपाल की नज़र थी।
पिता द्वारा संपत्ति अपने नाम न करने और बेदखल करने की चेतावनी से वह नाराज था।
दोस्तों ललित मोहन उर्फ राजन और शेखर से मिलकर हत्या की प्लानिंग बनाई।
आरोपी बेटे ने पिता को दोस्त की शादी में चलने का बहाना बनाकर कार में साथ ले गया।
जटवाड़ा पुल आगे दोनों साथी कार में बैठ गए और प्लान के मुताबिक्म पिता की कनपटी पर 2 गोलियां मार दी गईं।
वारदात के बाद बेटे ने पुलिस को गुमराह करने के लिए 112 पर झूठी सूचना दी।
🚨 एसएसपी के निर्देशन में तीन टीमों की तेज़ कार्रवाई
घटना की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी हरिद्वार ने
थाना बहादराबाद
कोतवाली रानीपुर
सीआईयू हरिद्वार
की संयुक्त टीमें गठित कीं।
पूछताछ में बेटा लगातार बयान बदलता रहा, जिसके बाद पुलिस का शक गहरा गया और घंटों की पूछताछ में उसने अपना जुर्म कबूल लिया।
🔍 क्या-क्या बरामद हुआ
हत्या में उपयोग 315 बोर का तमंचा
खोखा कारतूस
आरोपियों के पहने कपड़े, जैकेट, जूते
वारदात में उपयोग की गई कार
👮 गिरफ्तार आरोपी
1️⃣ यशपाल – मृतक का बेटा
2️⃣ ललित मोहन उर्फ राजन – दोस्त
3️⃣ शेखर – दोस्त
तीनों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया।
👏 शानदार पुलिस टीम — जिनकी मेहनत से खुला मामला
थाना बहादराबाद
उनि. अंकुर शर्मा, व0उ0नि. नितिन बिष्ट, उ0नि. अमित नौटियाल, उ0नि. उमेश कुमार, उ0नि. जगमोहन सिंह, हेड कांस्टेबल होशियार सिंह, कांस्टेबल बलवंत सिंह, वीरेन्द्र चौहान, मुकेश नेगी, शाह आलम, ड्राइवर वीरेन्द्र सिंह
कोतवाली रानीपुर
निरीक्षक शांति कुमार गंगवार, कांस्टेबल नरेंद्र राणा, उदय चौहान
सीआईयू हरिद्वार
निरीक्षक नरेन्द्र सिंह बिष्ट, कांस्टेबल नरेन्द्र सिंह, उमेश, हरवीर सिंह, वसीम
