देहरादून: हर्षिता। भारतीय रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) की देहरादून स्थित रक्षा इलेक्ट्रॉनिक्स अनुप्रयोग प्रयोगशाला (DEAL) ने दुनिया की सबसे आधुनिक कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी में से एक का आविष्कार कर दिया है। इस सिस्टम की सबसे बड़ी खासियत —
👉 ना मोबाइल नेटवर्क चाहिए, ना सैटेलाइट,
👉 ना पहाड़ों की रुकावट, ना दुश्मन की जामिंग कामयाब।
ये है CTCS — Compact Transhorizon Communication System, जो आने वाले समय में भारतीय सेना के लिए गेम-चेंजर साबित होने वाला है।

🔥 क्या है CTCS? दुनिया की पहली “बियोंड होराइजन पोर्टेबल कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी”
यह मेन-पोर्टेबल सिस्टम ट्रोपोस्फीयर का उपयोग करके क्षितिज से परे कम्युनिकेशन स्थापित करता है।
📡 मतलब—जहां सैटेलाइट सिग्नल नहीं पहुंचते, जहां मोबाइल टावर खत्म हो जाते हैं, पहाड़ रास्ता रोक लेते हैं… वहां भी यह कम्युनिकेशन सिस्टम फुल स्पीड से काम करता है।
🔧 तकनीकी खूबियाँ
C-Band (4–8 GHz) पर काम करता है
LOS मोड: 100 किमी
Tropo/Diffraction मोड: 60 किमी
डेटा स्पीड: 20 Mbps तक
एरर रेट: 1×10⁻⁶ (लगभग जीरो एरर)
सिर्फ दो बैग में पूरा सिस्टम, आसानी से ले जाने योग्य
AI आधारित लिंक प्रीडिक्शन सॉफ्टवेयर
दुश्मन इसे ट्रेस, हैक, या जाम नहीं कर सकता
🏔️ पहाड़ी इलाकों का हीरो — जहां लाइन ऑफ साइट नहीं, वहां भी कम्युनिकेशन चलता रहेगा!
उत्तराखंड, हिमाचल, लद्दाख, अरुणाचल जैसे पहाड़ी क्षेत्रों में
भूस्खलन
एवलांच
ब्लैकआउट ज़ोन
मोबाइल/सैटेलाइट फेल्योर
इन सबके बीच CTCS बिल्कुल कमाल करता है।
यह तकनीक सैटेलाइट कम्युनिकेशन से कई गुना सस्ती और ज्यादा सुरक्षित है।
भारतीय सेना के लिए यह हिमालयी सीमा का मास्टर-टूल बन चुका है।
🎙️ DRDO वैज्ञानिक चंदन कुमार का बड़ा बयान
“जहां बड़े-बड़े पहाड़ कम्युनिकेशन रोक देते हैं, वहां CTCS बिना किसी नेटवर्क और सैटेलाइट के संपर्क स्थापित कर देता है। सिर्फ दो लोग इसे कहीं भी सेटअप कर सकते हैं। आपदा, युद्ध और रेस्क्यू—हर जगह इसकी जरूरत है।”
— चंदन कुमार, वैज्ञानिक (E), DRDO DEAL, देहरादून
🛰️ Software-Defined Wireless: नया युग
डॉ. चंदन कुमार ने बताया कि DEAL ने सॉफ्टवेयर-बेस्ड वायरलेस भी विकसित किया है जिसमें
👉 फ्रीक्वेंसी बदलने के लिए हार्डवेयर बदलने की जरूरत ही नहीं
👉 पूरा सिस्टम सॉफ्टवेयर से कंट्रोल हो सकता है
यह रक्षा संचार में नया इकोसिस्टम बना रहा है।
🌨️ डील की वैज्ञानिक डॉ. तनुश्री का खुलासा: हिमालयी खतरों के लिए खास टेक्नोलॉजी
DEAL की तकनीकें लैंडस्लाइड, एवलांच और मौसम पूर्वानुमान तक में सेना की मदद करती हैं।
डिफेंस जियोइन्फोर्मेटिक्स रिसर्च एस्टैब्लिशमेंट (DGRE) द्वारा बनाए गए सेंसर
भूस्खलन
हिमस्खलन
मौसम
का सटीक पूर्वानुमान देते हैं।
यह डाटा सैनिकों तक NATSAT-M तकनीक द्वारा पहुंचता है।
🔧 आम लोगों के लिए भी गेम-चेंजर
वरिष्ठ तकनीकी सहायक बी. महेंद्र सिंह के अनुसार—
CTCS का ट्रायल लगातार दुर्गम पहाड़ी इलाकों में हो रहा है।
आपदा प्रबंधन, नेशनल डिज़ास्टर रिस्पॉन्स, SDRF, होम मिनिस्ट्री—
सभी इससे बेहद प्रभावित हैं।
👉 5 मिनट में सेटअप
👉 दो लोग कहीं भी ले जा सकते हैं
👉 रेस्क्यू ऑपरेशन में अत्यंत उपयोगी
🛡️ निष्कर्ष: भारत ने बनाया दुनिया का सबसे शक्तिशाली पोर्टेबल कम्युनिकेशन सिस्टम
CTCS आने वाले समय में
सेना
आपदा प्रबंधन
सीमावर्ती सुरक्षा
सुदूर गाँवों में नेटवर्क
में क्रांति ला देगा।
देहरादून DRDO DEAL एक बार फिर भारत को टेक्नोलॉजी की दुनिया में शीर्ष पर पहुंचा रहा है।
