परविंदर कौर की कलम से . सत्ता की कुर्सी पर बैठे सरकार समझ से बाहर होती जा रही है आखिर क्यों देश की जनता को ही लूटा जा रहा है अपने ही देश की जनता को हर रोज बुरी तरीके से लूटा जा रहा है जिनके पास पहले से ही कुछ नहीं बचा नोटबंदी में फिर जीएसटी में फिर कोरोना काल में और अब
SBI ने RBI औऱ मोदी सरकार के साथ मिलकर बड़े आयोजन के साथ लूट शुरू कर दी है। अगर आपके बचत खाते मे वर्ष मे 40 ट्रांजेक्शन (जमा/निकासी) से अधिक है तो 41 वे ट्रांजेक्शन से हर बार ₹ 57.50 आप की जमा राशी से काट लिया जायेगा। ये ट्रांजेक्शन चेक से हो, स्थायी सूचना से हो या कार्ड से बस 40 हो गए तो लूट चालू। अब सेलेरी के 12 और महीने मे दो बार भी उठाया 36 तो हो गए, अब किसी को चैक से 12 पेमेंट भी किये तो आपके खाते से ₹ 460 तो गए ही समझो। अगर आपके बच्चे बाहर पढाई कर रहे हैं, माँ बाप को हर महीने भेजना है, इनवेस्टमेन्ट करना है, डोनेशन देना है, किसी की मदद करनी है, तो इन लुटेरों का हिस्सा भी देना होगा। वाह रे मोदी सरकार!!! पहले सर्विस टैक्स से लूटा अब बैन्क के माध्यम से पगार की आय वालों को लूटेंगे। इससे तो जनता को ये संदेश जा रहा है कि रोकड बैन्क में जमा ना करें अपना व्यवहार खुद ही निपटा लें। SBI की ये लूट सरकार को भी ले डूबेगी। माल्या जैसे भगौडे के लोन मे डूबी रकम हम लोगों से भरपाई करने की योजना — इस देश की जनता को क्या समझ के रखा है?

ATM से 4 बार से अधिक पैसा निकलने पर 150 रु टैक्स और 23 रुपये सर्विस चार्ज मिलाकर कुल 173 कटेंगे .. जो नोटबन्दी के समर्थन में लम्बी लम्बी हाँक रहे थे उन बेवकूफों को एक और तोहफा। जनता के गले पर एक बार में छुरा क्यों नहीं फेर देते? कमाओ तो टैक्स, बचाओ तो टैक्स और तो और, बैंक में जमा कराओ तो टैक्स, फिर वापस निकालो तो टैक्स देश में बढ़ रही महंगाई के लिए कौन जिम्मेदार क्या देश की जनता जिम्मेदार है यदि नहीं तो फिर देश की जनता के साथ राजा का ऐसा व्यवहार क्यों सत्ता की कुर्सी को चलाने में आप सक्षम नहीं है तो फिर सत्ता की कुर्सी का मोह क्यो हर चीज पर गब्बर सिंह वाला टैक्स आवाज उठाओ बड़ी-बड़ी धाराएं लगाकर लोगों को जेल के अंदर डाल दिया जा रहा है और जा रहा है हमारा देश जा रहा है युवाओं के हाथ में नौकरी की जगह पार्टियों का झंडा डंडा ही रह गया कहने को हम आजादी दिवस मनाने जा रहे हैं पर क्या लगता है हम आजाद हैं

By DTI