हरिद्वार, दिव्या टाइम्स इंडिया।लोकसभा चुनाव 2024 से पहले हरिद्वार लोकसभा क्षेत्र में एकाएक पूर्व सीएम हरीश रावत के पुत्र वीरेंद्र रावत की एंट्री से कांग्रेस में हलचल मची हुई है। हालांकि वीरेंद्र पहले से ही खानुपर विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय थे, लेकिन अब उनके होर्डिंग- पोस्टर पूरे लोकसभा क्षेत्र में नजर आने से इसे लोकसभा की दावेदारी के रूप में देखा जा रहा है।

गत विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को हरिद्वार जिले में सर्वाधिक पांच सीटें मिली हैं, हरिद्वार के सामाजिक समीकरण को देखते हुए पार्टी हरिद्वार संसदीय क्षेत्र को ही लोकसभा चुनाव में अपने लिए सर्वाधिक मुफीद मान रही है। यहां अब तक पूर्व सीएम हरीश रावत और पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत खुलकर तैयारी कर रहे थे।

अब हरीश रावत के पुत्र वीरेंद्र रावत की सक्रियता भी पूरे संसदीय क्षेत्र में नजर आनी लगी है। धर्मपुर और डोईवाला विधानसभा में वीरेंद्र के होर्डिंग नजर आने लगे हैं। जोगीवाला में आयोजित हरी अगला की नींबू माल्टा पार्टी में वीरेंद्र के बैनर प्रमुखता से नजर आने के लेख चलते उनकी दावेदारी की चर्चाएं होने लगी हैं। हरीश रावत की पुत्र अनुपमा रावत पहले से ही हरिद्वार ग्रामीण से विधायक हैं।

मैने पिछली बार खानपुर विधानसभा क्षेत्र में पूरी मेहनत की थी, लेकिन पार्टी का टिकट नहीं मिल पाया। अब पूरी क्षमता के साथ हरिद्वार लोकसभा की तैयारी कर रहा हूं, पार्टी का जो आदेश होगा उसका पालन किया जाएगा।

वीरेंद्र रावत, कांग्रेस नेता

मैं चोट लगने से लोगों के बीच नहीं जा रहा हूं, इस कारण वीरेंद्र की सक्रियता बढ़ी है। जहां तक लोकसभा चुनाव का सवाल है तो पार्टी जिसे टिकट देगी वो चुनाव लड़ेगा। इस बार ना तो किसी का दावा चलेगा और न हीं जिम्मेदारी से पीछे हटने की बात होगी, पार्टी का आदेश सर्वोपरी रहेगा। बाकी वीरेंद्र काम कर रहे हैं, भविष्य के लिए हमें नेतृत्व तो तैयार करना ही है।

हरीश रावत, पूर्व सीएम

By DTI