दिव्या टाइम्स इंडिया।लाल मिर्च पाउडर सबसे ज्यादा इस्तेमाल किये जाने वाले मसालों में से एक है। सब्जी को स्वाद और गहरा रंग देने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है। पुराने जमाने में साबुत लाल मिर्च को धूप में सुखाकर और पीसकर पाउडर बनाया जाता था और बाद में इस्तेमाल किया जाता था। लेकिन अब लाल मिर्च पाउडर के पैकेट मिलने लगे हैं।
आजकल खाने-पीने की लगभग सभी चीजों में मिलावट होने लगी है। ऐसे माँ सवाल यह है कि आप जो लाल मिर्च पाउडर इस्तेमाल कर रहे हैं, वह कितना सुरक्षित है? क्या आपकी मिर्च में मिलावट तो नहीं है? पिसे हुए मसालों की मात्रा बढ़ाने और उन्हें गहरा रंग देने के लिए उनमें मिलावट की जाती है।
पैकेट वाले मसालों का वजन बढ़ाने के लिए लकड़ी का बुरादा, ईंट का चूरा और कृत्रिम रंगों का उपयोग किया जाता है। यह चीजें पेट में जाकर आपको कई खतरनाक बीमारियों का मरीज बना सकती हैं। फूड सेफ्टी एंड स्टैण्डर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया (FSSAI) ने एक आसान बताया है जिसके जरिए आप सिर्फ 5 सेकंड में असली-नकली लाल मिर्च पाउडर की जांच कर सकते हैं।
आमतौर पर पिसे हुए मसालों की मात्रा बढ़ाने और उनका रंग निखारने के लिए उनमें मिलावट की जाती है। मिर्च पाउडर में आमतौर पर ईंट पाउडर, नमक पाउडर या टैल्क पाउडर की मिलावट की जाती है।
ईंट पाउडर अक्सर ईंट के चूरे से बनता है, जो लाल रंग का होता है। इस पाउडर का रंग और बनावट मिर्च पाउडर के समान है। इसलिए, इसका उपयोग अक्सर मिलावटी पदार्थ के रूप में किया जाता है। यह सेहत के लिए बहुत खतरनाक होता है। इसके नियमित सेवन से शरीर पर गंभीर परिणाम होते हैं।
- एक गिलास सादे पानी में एक चम्मच मिर्च पाउडर मिलाएं।
- पानी में घुले पाउडर को थोड़ी मात्रा में लेकर अपने हाथ में रगड़ें
- यदि रगड़ने के बाद कोई किरकिरापन महसूस होता है, तो इसमें लाल मिर्च पाउडर में ईंट का पाउडर/रेत की मिलावट है
- यदि अवशेष साबुन जैसा और चिकना लगता है, तो इसमें सोप स्टोन की मिलावट है ।
- इसे चमकीला रंग देने के लिए लाल मिर्च पाउडर में आर्टिफिशियल कलर मिक्स किये जाते हैं।
- एक गिलास पानी में थोड़ा सा मिर्च पाउडर छिड़कें
- अगर इसमें आपको एक रंगीन लकीर नजर आती है, तो पाउडर मिलावटी हो सकता है
- लाल मिर्च पाउडर में अक्सर पानी में घुलनशील तारकोल रंग मिलाया जाता है
- लाल मिर्च पाउडर में मात्रा बढ़ाने के लिए अक्सर स्टार्च मिलाया जाता है
- स्टार्च की जांच के लिए पिसे हुए मसाले में टिंचर आयोडीन या आयोडीन घोल की कुछ बूंदें मिलाएं
- यदि आप नीले रंग में बदलाव है, तो यह स्टार्च की वजह से हो सकता है
यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।