हरिद्वार, हर्षिता। भारत में नवरात्र का त्योहार बेहद धूमधाम से मनाया जाता है। इस बार चैत्र नवरात्र की शुरूआत 30 मार्च से हो रही है। इस दौरान पूरे 9 दिनों तक माता दुर्गा की उपासना की जाती है। भक्त देवी मां को प्रसन्न करने के लिए 9 दिन का उपवास रखते हैं। व्रत के दौरान खाने पीने का खास ख्याल रखा जाता है। कुछ लोग सिर्फ फल खाकर व्रत रखते हैं तो कुछ पूरा खाना खाते हैं।
व्रत में अगर कोई चीज सबसे ज्यादा खाई जाती है तो वो है कुट्टू के आटे की पूड़ी। ये न सिर्फ आपको ऊर्जा देने का काम करता है बल्कि पेट के लिए भी बेहद अच्छा है। इसे पचाना बेहद आसान है। ऐसे में जब किसी चीज की डिमांड ज्यादा बढ़ जाती है ताे बाजार में मिलावटी सामान बेचा जाने लगता है। अगर आप भी मिलावटी आटा खाते हैं तो आपकाे ढेरों नुकसान हो सकते हैं। इसे खरीदते समय क्वालिटी पर ध्यान देना चाहिए। आइए जानते हैं मिलावटी कुट्टू का आटा की शुद्धता की जांच कैसे की जा सकती है। आइए जानते हैं विस्तार से-
ऐसे करें शुद्धता की जांच
- कुट्टू के आटे को जब भी खरीदें तो सबसे पहले उसके रंग को जरूर चेक कर लें। मिलावटी कट्टू के आटे का रंग बदल जाता है। असली कुट्टू के आटे का रंग भूरा होता है।
- आटा खरीदते समय उसको सूंघ कर जरूर देख लें। अगर मिलावटी हुआ तो उसमें से दुर्गंध आएगी।
- आटा अगर गूंथते समय बिखर रहा हो या ज्यादा चिकना हो रहा है तो समझ जाएं कि ये मिलावटी हो सकता है।
आटा खरीदते समय ध्यान रखें ये बातें
- हमेशा ब्रांडेड कंपनियों का आटा ही खरीदें।
- आटा खरीदते समय पैकेजिंग और लेबल जरूर चेक करें।
- दाम पर भी नजर रखें।
- मिलावटी कुट्टू का आटा खाने से आपको पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। पेट में गैस, अपच और एसिडिटी आपकी परेशानी बढ़ा सकते हैं।
- अगर आटे में चावल या अन्य चीजें मिलाई गईं हैं ताे शरीर में एलर्जी और खुजली हो सकती हैं।
- असली कुट्टू का आटा लो-ग्लाइसेमिक होता है, लेकिन मिलावटी आटे में कार्बोहाइड्रेट ज्यादा होता है जो शुगर लेवल को तेजी से बढ़ा सकता है।