परविंदर कौर।कोविड के हालात के मद्देनज़र राष्ट्रीय ग्रामीण विकास व पंचायती राज संस्थान के दिल्ली सेंटर ने देश भर की स्वयं सहायता समूहों के लिए व्यापक रूप से वर्चुअल ट्रेनिंग कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की है ।
वर्चुअल ट्रेनिंग के तहत प्रथम बैच हरियाणा की स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं का निकला है । इसी संदर्भ मे अन्य राज्यों का ट्रेनिंग प्रोग्राम भी सूचीबद्ध कर दिया गया है ।
वर्चुअल ट्रेनिंग का मुख्य फ़ोकस उत्पादों की अच्छी पैकेजिग, डिज़ाइनीग , ब्रांडिंग,आन लाईन बिक्री, संवाद कौशल , ग्राहकों की रूची, ग्राहकों का बिक्री मनोविज्ञान, स्टाल साज सज्जा, वैल्यू चैन , सोशल मीडिया के इस्तेमाल से प्रचार प्रसार आदि है

स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी ये महिलाएँ सरस मेलो की पृष्ठभूमि से जुड़ी है । राष्ट्रीय ग्रामीण विकास व पंचायती राज संस्थान के महानिदेशक डा. जी .नरेन्द्र कुमार ने सेशन को संबोधित करते हुए कहा कि समूहों से जुड़ी महिलाओं को ई-मार्केटिंग की नई तकनीक को अपना कर अपना हुनर बढ़ाना होगा ।महानिदेशक डा जी .नरेन्द्र कुमार ने महिलाओं को आजीविका के संसाधनों मे व्यापक दृष्टिकोण अपनाने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया । इस मौक़े पर ग्रामीण विकास मंत्रालय की अतिरिक्त सचिव अल्का उपाध्याय ने स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं को अपने उत्पादों की गुणवत्ता और पैकेजिग सुधारने पर ध्यान देने को कहा तथा उत्पादों के सही मूल्य निर्धारण की आवश्यकता पर ज़ोर दिया ।
वर्चुअल ट्रेनिंग को संबोधित करते हुए ग्रामीण विकास मंत्रालय के संयुक्त सचिव चरणजीत सिंह ने
कहा कि इस तरह की ट्रेनिंग से समूहों से जुड़ी ग्रामीण महिलाओं के आत्मविश्वास मे बढ़ोतरी होगी । उन्होंने कहा कि इस तरह के ट्रेनिंग कार्यक्रमों से महिलाओं के हस्तशिल्प के कौशल मे बढ़ोतरी होगी । उल्लेखनीय है कि यह ट्रेनिंग देश के प्रमुख रिसोर्स पर्सन
द्वारा जैसे प्रोफ़ेसर हेमंत जोशी , डा अपर्णा, डा रीतिका सहित निफ़्ट के प्रोफ़ेसर व अन्य विभागों के विशेषज्ञों द्वारा दी जा रही है ।
अगला बैच पंजाब राज्य से सूचीबद्ध हुआ है

By DTI