देहरादून, 11 नवंबर 2025। हर्षिता।उत्तराखंड की राजनीति में मंगलवार शाम एक बड़ा मोड़ आया, जब कांग्रेस ने अपनी नई टीम की घोषणा करते हुए पूरे संगठन का ढांचा बदल दिया। इस फेरबदल में सबसे बड़ा झटका पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को लगा है, जिन्हें इस बार किसी भी पद की जिम्मेदारी नहीं दी गई।

🔥 हरीश रावत साइडलाइन, विरोधियों की बल्ले-बल्ले!
नई टीम में रावत के विरोधी माने जाने वाले नेताओं को प्रमुख जिम्मेदारियां दी गई हैं।

चकराता से विधायक और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह को कैंपेन कमेटी का चेयरमैन बनाया गया है।

वहीं, पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत को इलेक्शन मैनेजमेंट कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।

इन नियुक्तियों से यह साफ संकेत मिल रहा है कि पार्टी अब हरीश रावत की छाया से बाहर निकलकर नए समीकरणों पर काम कर रही है।

🎯 गणेश गोदियाल बने कांग्रेस का नया चेहरा
कांग्रेस हाईकमान ने 2027 विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए एक बार फिर गणेश गोदियाल को प्रदेश की कमान सौंपी है। गोदियाल की साफ-सुथरी छवि और तीखे बयानों को देखते हुए उन्हें पार्टी का “आक्रामक लेकिन संतुलित चेहरा” माना जा रहा है।

🧩 पार्टी में गढ़वाल-कुमाऊं संतुलन, पर सीनियर नेताओं की अनदेखी
नई टीम में गढ़वाल क्षेत्र को खास तवज्जो दी गई है, जबकि सीनियर नेताओं को किनारे रखा गया है। इस कदम को कांग्रेस में पीढ़ी परिवर्तन की शुरुआत माना जा रहा है।

🗣️ रावत खेमे में मायूसी, पर चुप्पी बरकरार
हरीश रावत ने इस फेरबदल पर अभी तक कोई बयान नहीं दिया है। लेकिन उनके करीबी नेताओं का कहना है कि “रावत जी संगठन के फैसलों का सम्मान करते हैं, पर उन्हें नज़रअंदाज़ करना कांग्रेस कार्यकर्ताओं के मनोबल को प्रभावित कर सकता है।”

📊 राजनीतिक विश्लेषण — क्या खत्म हो गया ‘रावत युग’?
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि कांग्रेस अब 2027 के चुनाव को ध्यान में रखते हुए “नई सोच, नया चेहरा” फॉर्मूला अपना रही है। गणेश गोदियाल की नियुक्ति और रावत विरोधियों की भूमिका इस बात का संकेत है कि हाईकमान अब नए नेतृत्व को आगे लाना चाहता है।

🗓️ 2027 की जंग: गणेश बनाम धामी?
अब उत्तराखंड की राजनीति में अगली बड़ी टक्कर साफ दिख रही है — गणेश गोदियाल बनाम पुष्कर सिंह धामी। कांग्रेस के इस बड़े बदलाव से आने वाले महीनों में राज्य की राजनीति का तापमान और बढ़ना तय है।

By DTI