(परविंदर कौर) फगवाड़ा के समाजसेवी सुरिंदर मित्तल, ने पंजाब कांग्रेस सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि ऐसा तो है नहीं की यह एकदम से हो गया हो पहले तो सरकारें आंख मूंदे सब तमाशा होने देती हैं लेकिन जब षडयंत्र का पर्दाफाश हो जाए तब करवाई होती है। पवित्र गुटका साहिब की कसम खाई थी पंजाब के मुख्यमंत्री ने पंजाब से नशा खतम करने की। लेकिन सरकार के नाक के नीचे नशा खुलेआम बिकता है और सब इस बंदर बांट में शामिल हैं। पिछले डेढ़ साल से लुधियाना नशे के मंडी बन चुका है। पुलिस की मौजूदगी में नशा बिकता है। चिट्टे वाली भाभी के नाम से मशहूर हेरोइन स्मगलर के गुर्गे लुधियाना पुलिस के सामने लोगों द्वारा पकड़े जाने के बाद सारे आम गोलियां चला कर भाग जाते हैं और पुलिस मूक दर्शक बानी तमाशा देखती रहती है। मीडिया द्वारा बार बार खुलेआम चिट्टा बेचने के स्टिंग किए जाते हैं लेकिन उसके बावजूद लुधियाना पुलिस कोई करवाई नहीं करती है। नौजवान नशे में डूब कर अपनी जाने गंवा रहे हैं। क्या ऐसा लुधियाना पुलिस के उच्च अधिकारियों की मिली भगत की बिना संभव है? *लुधियाना में एसटीएफ द्वारा बार बार बड़ी मात्रा में करोड़ों रुपए की हीरोइन पकड़े जाना, थाने का एस एच ओ हीरोइन बेचते पकड़े जाना, CP ऑफिस में तैनात पुलिस पुलिस कर्मचारी हेरोइन तस्करी में पकड़े जाना। ऐसा क्या कारण है, ऐसी क्या मजबूरी है या ऐसी क्या कमजोरी है कि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंघ मीडिया रिपोर्टिंग के बावजूद भी लुधियाना के भ्रष्ट पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल के खिलाफ जांच या करवाई से भाग रहे हैं? मैं पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंघ और डी जी पी श्री दिनकर गुप्ता से मांग करता हूं की लुधियाना के पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल के सभी फोन कॉल और व्हाट्सएप कॉल डिटेल की गहन जांच करवाई जाए। मैं दावे के साथ कहता हूं कि इससे भी बड़ा करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार और नशे का खेल सामने आयेगा।

By DTI