( परविन्दर कौर) जालंधर नगर निगम काम ना करने को लेकर भले ही आए दिन सवालों के घेरे में रहता है जालंधर शहर के कई ऐसे इलाके हैं जहां पर महीनों से पड़े कूड़े के ढेर नगर निगम की ओर से नहीं उठाए गए थे और इन इलाकों के कांग्रेसी पार्षद भी जनता से वोट लेकर काम नहीं कर रहे हैं नगर निगम के साथ-साथ पार्षदों का भी कर्तव्य बनता है यदि उनके इलाके के आसपास कूड़े के ढेर लगे हैं तो वह प्रशासन से संपर्क करके उन कूड़े के ढेरों को उठाएं खैर पार्षद तो कुंभकरण की नींद सोए हुए हैं पर अभी कुछ समय पहले जालंधर नगर निगम जॉइंट कमिश्नर की कुर्सी पर नियुक्त हुए मेजर अमित सरीन द्वारा स्वयं ग्राउंड में उतर कर कूड़े के ढेरों को उठाने का कार्य करते हुए देखा जा रहा है
नगर निगम में तैनात जॉइंट कमिश्नर मेजर अमित सरीन जिस जगह अपनी सेवाएं देके आये है उन्हें वहां के लोगो ने उनके द्वारा दी गयी सेवाओं के कारण भरपूर प्यार और मान सम्मान दिया। इसी तरह आज जालंधर में उनके द्वारा हेल्थ अफसरों को साथ लेकर पुरे शहर और उसके साथ लगते नेशनल हाइवेज के ऊपर लगे हुए कूड़े के ढेर का निरक्षण किया गया और जहाँ कूड़े के ढेर कई महीनो से लगे हुए थे मौके पर ही निगम की मशीनरी और टिप्परों को बुलाकर उठवाया जिससे आम लोगो में नगर निगम में इस अफसर के आने के बाद विश्वास बड़ा है की आने वाले दिनों में जालंधर शहर भी साफ़ सुथरा देखने योग्य होगा और जो काम अकेले कागज़ो में नज़र आते थे वह हक़ीक़त में भी ग्राउंड लेवल पर देखने को मिलेंगे जिससे जालंधर को भी स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 में पुरे देश में अपनी रैंकिंग सुधारने का मौका भी मिलेगा । आपको बता दें कि इससे पहले मेजर अमित सरीन फगवाड़ा में एसडीएम नियुक्त थे और उन्होंने वहां नगर निगम चुनाव के दौरान कांग्रेस पार्टी के भ्रष्ट एमएलए एवं पार्षद के खिलाफ आवाज उठाई तो रातों-रात ही सरकार की ओर से अमित सरीन का तबादला जालंधर कर दिया गया खैर अब हम यही कह सकते हैं जालंधर नगर निगम में ऑफिसर और भ्रष्ट पार्षद जरा संभल कर रहे मेजर सरीन केवल कागजों में काम नहीं बल्कि हकीकत में काम करने वाले व्यक्ति हैं

By DTI