चंडीगढ़ संजीव मेहता पंजाब के मालवा रीजन में हुई बंपर वोटिंग में अब नया फैक्टर सामने आ गया है। यह असर एक्टर दीप सिद्धू का रहा। जिनकी वजह से शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) के लिए वोटिंग हुई। वहीं जहां इस पार्टी के कैंडिडेट नहीं थे, वहां संयुक्त समाज मोर्चा (SSM) को उसका लाभ मिला। इस वजह से आम आदमी पार्टी बड़ी चिंता में है। अगर ऐसा हुआ तो कांग्रेस खुद के लिए फायदा देख रही है। राजनीतिक विश्लेषक तो यहां तक कह रहे हैं कि आम आदमी पार्टी को उतना नुकसान कवि कुमार विश्वास के बयानों से नहीं हुआ, जितना दीप सिद्धू की वजह से झेलना पड़ सकता है।
दीप सिद्धू ने की थी अपील, झाड़ू नहीं गुरु ने तलवार दी
एक्टर दीप सिद्धू पंजाब विधानसभा चुनाव में अकाली दल अमृतसर के लिए प्रचार कर रहे थे।
पार्टी के प्रधान सिमरनजीत सिंह मान के लिए उन्होंने चुनावी सभा की। जिसमें दीप सिद्धू ने एक हाथ में तलवार और दूसरे में झाड़ू पकड़ा। दीप ने कहा कि गुरुओं ने हमें झाड़ू नहीं तलवार पकड़ाई थी। दीप ने यहां तक कहा कि झाड़ू पकड़ने का मतलब तो शर्म से मरने वाली बात है। उनकी मौत के बाद यह वीडियो खूब वायरल हुआ था।
पहली बार मुकाबले में सिमरनजीत मान
अकाली दल अमृतसर के प्रधान सिमरनजीत मान अमरगढ़ से चुनाव लड़ रहे हैं। वह हर चुनाव लड़ते रहे हैं लेकिन लंबे समय से जीत नहीं मिली। इस बार दीप सिद्धू के निधन के बाद उनके हक में युवा लामबंद हो गए। इसे दीप सिद्धू की ख्वाहिश करार देते हुए जमकर वोटिंग की गई। जिसके बाद राजनीतिक विश्लेषक भी मान रहे हैं कि अगर मान इस बार जीत जाएं तो यह कोई चौंकाने वाली बात नहीं होगी।
अगर दीप सिद्धू फैक्टर की वजह से वोट अकाली दल अमृतसर और संयुक्त समाज मोर्चा को वोट मिली होगी तो तय है कि इससे आम आदमी पार्टी की वोट कटी होगी। इससे कांग्रेस को फायदा मिलेगा क्योंकि कांग्रेस अपने पक्के वोट बैंक पर निर्भर है। अगर बदलाव की बात वाली वोट आप को नहीं मिली तो फिर कांग्रेस सत्ता में रहने के फायदे से सीटें जीत सकती है। दीप सिद्धूू फैक्टर ने ज्यादा जोर तब पकड़ा, जब उनका सड़क हादसे में निधन हुआ। उसके बाद उनके वीडियो और फोटो खूब वायरल हुए। जिसके बाद लोग अकाली दल अमृतसर की तरफ आकर्षित हुए।