नई दिल्ली, डीटी आई न्यूज़।राजस्थान में पायलट और गहलोत के बीच लड़ाई के बाद कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर भी नए सुर आने लगे हैं। कहा जाने लगा है कि गहलोत खेमे के कारण राजस्थान में कांग्रेस का सियासी पारा चढ़ा हुआ है । सचिन पायलट मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंचते-पहुंचते रह गए हैं उधर कल से चल रहे इस सियासी ड्रामे में अशोक गहलोत समर्थक 82 विधायकों ने स्पीकर को त्यागपत्र सौंप दिया है ।
माना जा रहा है कि यह सब अशोक गहलोत की चाल मानी जा रही है अब नहीं बात यह सामने आने लगी है कि कांग्रेस के होने वाले चुनाव में अशोक गहलोत जो कल तक अध्यक्ष पद के लिए माने जा रहे थे खबर है कि अब गहलोत पार्टी अध्यक्ष के चुनाव की रेस से बाहर हो सकते हैं सोमवार को दिल्ली में 10 जनपद पर बैठक में यह बात बड़ी जानकारी सामने आई है और यह बात भी कांग्रेस के बड़े नेताओं की सामने आई है कि केरल से लेकर जयपुर तक इस मामले में कांग्रेस नेता अशोक गहलोत के फैसले के खिलाफ एक जुट है ।
माना जा रहा है कि इस पूरे घटनाक्रम से कांग्रेस आलाकमान की काफी किरकिरी हुई है इस पर चर्चा के लिए मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को विशेष तौर पर दिल्ली बुलाया गया है उधर कांग्रेस नेता के मुरलीधर ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर दिसंबर को ही तस्वीर साफ हो जाएगी उसी दिन पता चल पाएगा कि पार्टी में चल रहे गतिरोध का हल निकल आएगा। बागी तेवर देखकर कांग्रेस हाईकमान ने उन्हें अध्यक्ष बनाने के फैसले पर फिर से विचार शुरू कर दिया है।
गहलोत को अब कांग्रेस अध्यक्ष पद की रेस से बाहर बताया जा रहा है। गहलोत के बाद अब मल्लिकार्जुन खड़गे, मुकुल वासनिक, दिग्विजय सिंह और केसी वेणुगोपाल का नाम आगे हो गया है। जिस तरह आलाकमान गहलोत की रवैया से नाराज है इसमें यह बात अब फैमिली आ रही है कि अशोक गहलोत ना तो कांग्रेस के अध्यक्ष बनेंगे और ना ही मुख्यमंत्री लेंगे राजस्थान का मुख्यमंत्री पायलट और गहलोत के अलावा कोई तीसरा होगा ।