देहरादून, हर्षिता।उत्तराखंड में डेंगू से तीन और मरीजों की मौत हो गई। बृहस्पतिवार को देहरादून में दो और चमोली जिले के कर्णप्रयाग में एक मरीज ने दम तोड़ा है। अब प्रदेश में डेंगू मरीजों का आंकड़ा एक हजार के पार पहुंच गया है। स्वास्थ्य विभाग ने कर्णप्रयाग वाले मरीज में डेंगू से मौत होने की पुष्टि नहीं की है। जबकि मृतक रैपिड एंटीजन जांच में डेंगू पॉजिटिव मिला था।
प्रदेश में डेंगू मैदान से लेकर पहाड़ तक पहुंच गया। रोजाना नए मामले सामने आने के साथ ही मौत की संख्या भी बढ़ रही है। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में डेंगू के 1005 मरीज मिल चुके हैं, जबकि 12 की मौत हो चुकी है। अकेले देहरादून जिले में अब तक 11 लोगों की जान जा चुकी है, बृहस्पतिवार को देहरादून में दो मरीजों की मौत हुई।
वहीं, चमोली जिले के कर्णप्रयाग में डेंगू से पहली मौत हुई है। मरीज पिछले कई दिनों से बीमार था। बीते दिन मरीज को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कर्णप्रयाग में भर्ती कराया गया था। रैपिड एंटीजन जांच में डेंगू की पुष्टि हुई थी।
डेंगू मरीजों के इलाज में लापरवाही पाई जाने पर अस्पतालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने आदेश जारी कर सभी जिलों के डीएम और सीएमओ को टीमें बनाकर नियमित रूप से अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधाएं और भर्ती मरीजों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए।
प्रदेश के मैदानी क्षेत्रों में लगातार डेंगू मरीज बढ़ रहे हैं। अस्पतालों से एलाइजा जांच रिपोर्ट समय पर न मिलने, प्लेटलेट्स के अधिक पैसे वसूलने, बेड न मिलने की शिकायत मिल रही है। इस पर शासन ने कड़ा संज्ञान लिया है। स्वास्थ्य सचिव ने डीएम और सीएमओ को आदेश जारी कर लापरवाही बरतने वाले अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है। सचिव ने कहा कि डेंगू मरीजों के इलाज के लिए स्वास्थ्य विभाग ने स्टैंडर्ड क्लीनिकल एडवाइजरी जारी की है। इसका सभी अस्पतालों में पालन किया जाए