हल्द्वानी, दिव्या टाइम्स इंडिया ।उत्तराखंड के कुमाऊं में जंगलों की आग अब विकराल हो गई है। जंगलों में लगी आवासीय क्षेत्रों और शैक्षणिक संस्थानों के निकट तक पहुंचने लगी है। आग में जले पेड़ वाहनों के लिए खतरा बन गए है। बागेश्वर, कांडा और कपकोट, लोहाघाट के झूमाधुरी, गलचौड़ा, भवल्टा और बरदाखान के जंगलों में भीषण आग लगी हुई है। झूलाघाट क्षेत्र के कानड़ी, बलतड़ी, तड़ीगांव, गेठीगाड़ा, बनाड़ा, मजिरकांडा, भटेड़ी, अमतड़ी, रणवां और थल केदार के जंगलों में भीषण आग लगी हुई है। जंगलों में आग से वन संपदा और वन्यजीवों को काफी नुकसान पहुंचा है।
टनकपुर (चंपावत) क्षेत्र के बूम वन रेंज के जंगल में शुक्रवार देर शाम को भीषण आग लग गई। वन कर्मियों ने बमुश्किल आग को फैलने से रोका। इस बीच एक वन कर्मी धुएं से बेहोश हो गया जिसका उप जिला अस्पताल में इलाज किया गया।
सोमेश्वर के स्यूनराकोट में तीन दिन पूर्व जंगल की आग में चार नेपाली श्रमिक झुलस गए थे। तीन की मौत पहले ही हो चुकी है जबकि चौथी महिला श्रमिक की ऋषिकेश एम्स में उपचार के दौरान मौत हो गई।