देहरादून: हर्षिता।लोकपर्व इगास व बग्वाल की प्रदेश भर में धूम मची हुई है. इसी कड़ी में मुख्यमंत्री आवास में इगास पर्व को लेकर कार्यक्रम आयोजित किया गया. जहां देवभूमि की संस्कृति और विरासत देखने को मिली. मुख्यमंत्री आवास में इगास पर्व पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान सीएम पुष्कर सिंह धामी और अन्य बीजेपी नेताओं ने भैलो भी खेला. हर साल इगास पर्व के अवसर पर प्रदेश भर में बड़े स्तर पर कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. उत्तराखंड के तमाम विधायकों की ओर से अपने-अपने क्षेत्र में भी इगास पर्व पर कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. जिसका उद्देश्य युवा पीढ़ी को अपनी संस्कृति और विरासत से रूबरू कराना है.


सीएम आवास पर इगास पर्व की धूम: दीपावली त्यौहार के 11वें दिन इगास पर्व मनाया जाता है. इगास पर उत्तराखंड के लोक पर्वों में से एक है, जिसमें उत्तराखंड की संस्कृति का समागम देखने को मिलता है. इगास पर्व मनाने का उद्देश्य आने वाली पीढ़ियों को अपनी संस्कृति से रूबरू करना है. ऐसे में मुख्यमंत्री आवास में संस्कृति विभाग की ओर से आयोजित इगास पर्व में गढ़वाली, कुमाऊंनी और जौनसारी संस्कृति का समागम देखने को मिला. इसी दौरान राज्यपाल गुरमीत सिंह, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी भी पारंपरिक नृत्य करते हुए दिखाई दिए.

राज्य स्थापना दिवस होगा खास: इस साल इगास पर्व इस वजह से भी बेहद खास है, क्योंकि इगास पर्व के साथ ही उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस से संबंधित कार्यक्रमों की शुरुआत हो रही है. दरअसल, राज्य गठन को 25 साल पूरे हो रहे हैं, ऐसे में सरकार 25वें वर्षगांठ को राज्य जयंती वर्ष के रूप में मना रही है. जिसके तहत एक नवंबर से 9 नवंबर तक प्रदेश भर में तमाम कार्यक्रमों का आयोजन किया जाना है. जिसकी शुरुआत एक नवंबर को इगास पर्व से हो गई है. इसके अलावा, राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर आहूत होने जा रहे विशेष विधानसभा सत्र में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का संबोधन होगा. इसके साथ ही राज्य स्थापना दिवस यानी 9 नवंबर को आयोजित होने वाले मुख्य कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों को इगास पर्व/बूढ़ी दीपावली की बधाई और शुभकामनाएं दी है. साथ ही सीएम धामी ने कहा कि हमारी लोक संस्कृति और परम्परा देवभूमि की पहचान है. उन्होंने कहा कि किसी भी राज्य की लोक संस्कृति एवं लोक परंपरा उस राज्य की आत्मा होती है. इसमें इगास का पर्व भी शामिल है. हमारे लोक पर्व और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत सामाजिक जीवन में जीवंतता प्रदान करने का काम करते हैं. साथ ही कहा कि जिस तरह से पूरे देश में सांस्कृतिक विरासत और गौरव की पुनर्स्थापना हो रही है, उसी तरह उत्तराखंडवासी अपने लोकपर्व इगास को आज बड़े उत्साह से मना रहे हैं.
अपनी जड़ों से जुड़े युवा: साथ ही सीएम धामी ने कहा कि हमारे लोग इगास पर्व पर अपनी परंपराओं के साथ अपने पैतृक गांवों से भी जुड़ सकें, इसके लिये राज्य में इगास पर्व पर सार्वजनिक अवकाश की परंपरा शुरू की गई है. हमारी युवा पीढ़ी अपनी लोक संस्कृति एवं लोक पर्वों से जुड़े, इसके भी प्रयास होने चाहिए. मुख्यमंत्री ने प्रवासी उत्तराखंडवासियों से भी अनुरोध किया कि वो भी लोक पर्व को अपने गांव में मनाने का प्रयास करें व प्रदेश के विकास में सहभागी बनें. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों की सुख-शांति एवं समृद्धि की भी कामना की.
