रुड़की/हरिद्वार: हर्षिता/इमरान देशभक्त।उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस की रजत जयंती अवसर पर गंगा घाट स्थित सामुहिक गीता पाठ का आयोजन किया गया,जिसमें पधारे महामंडलेश्वर स्वामी यतींद्रानंद गिरी जी महाराज ने कहा कि गीता सनातन धर्म की प्राण के साथ ही एक राष्ट्रीय ग्रंथ भी है।उन्होंने कहा कि गीता से ही मानव जीवन का कल्याण संभव है और यह भगवान के श्रीमुख से निकली पवित्र ग्रंथ है।गंगा तट पर इस सामूहिक गीता पाठ का आयोजन कर जहां मां गंगा का मन पवित्र हो गया,वहीं उत्तराखंड राज्य के गठन पर गीता पाठ के आयोजन से राज्य निर्माण के शहीदों की आत्मा को शांति भी मिलेगी।महामंडलेश्वर स्वामी यतींद्रानंद गिरी जी महाराज के मुखारविंद से सर्वे भवंतु की कामना करते हुए सनातन पद्धति को ध्यान में रखते हुए भगवान श्री कृष्ण जी के उपदेश के अनुसार गीता पाठ का ज्ञान जनता तक पहुंचे,इसी कामना के साथ गंगा घाट पर इस कार्यक्रम का आयोजन पूर्ण हुआ।कार्यक्रम संयोजक मेयर अनीता देवी अग्रवाल की ओर से सामूहिक गीता पाठ के पश्चात प्रसाद वितरण का कार्यक्रम किया गया तथा गंगा पूजन व आरती के साथी राष्ट्र कल्याण एवं मानव कल्याण की कामना की गई।इस अवसर पर राज्य मंत्री शोभाराम प्रजापति व श्यामवीर सैनी,भाजपा जिलाध्यक्ष डॉक्टर मधु सिंह,जिला महामंत्री अक्षय प्रताप सिंह,नगर आयुक्त राकेश चंद्र तिवारी,एसपी गुप्ता कर अधीक्षक,पार्षद शिवम अग्रवाल,सावित्री मंगला,भाजपा नेत्री रश्मि चौधरी,टोनी गंगाभक्त,प्रतिभा चौहान,डॉक्टर टेक वल्लभ आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहेपंडित रोहित वैदिक,पंडित सचिन शास्त्री,पंडित चंद्र मोहन,पंडित ध्रुव कौशिक तथा पंडित लव कुश ने आरती संपन्न कराई एवं पंडित वैभव शर्मा ने पतंजलि के छात्रों द्वारा गीता पाठ कराया।

By DTI