नई दिल्ली: एजेंसी मोहल्ला क्लीनिक को दिल्ली सरकार वर्ल्ड क्लास मेडिकल फैसिलिटी के तौर पर पूरी दुनिया में प्रचारित-प्रसारित किया है, लेकिन इन दिनों यह क्लीनिक एक और वजह से लाइमलाइट में आ गया है. इन मोहल्ला क्लीनिक में एक्सपायरी दवाई तो पहले से ही दी जा रही है, अब यहां बच्चों के लिए प्रतिबंधित दवाइयां भी खुलेआम दी जा रही हैं, जिससे तीन बच्चों की मौत हो गई जबकि कई बीमार पड़ गए. इस पूरे प्रकरण को केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार मंत्रालय ने गंभीरता से लेते हुए दिल्ली सरकार के ड्रग कंट्रोल डिपार्टमेंट को पत्र लिखकर इस संबंध में उचित कार्रवाई करने को कहा है.स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय को संबोधित चिट्ठी में लिखा गया है कि कलावती शरण चिल्ड्रन हॉस्पिटल में बच्चों के लिए प्रतिबंधित दवा डेक्स्ट्रोमेथोर्फन दवा के इस्तेमाल से 16 बच्चों के एडमिट होने और इनमें से तीन बच्चों की मृत्यु होने की घटना को केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार मंत्रालय ने संज्ञान में लिया गया है. इस संबंध में डिप्टी ड्रग्स कंट्रोलर दिल्ली सरकार के ड्रग कंट्रोल डिपार्टमेंट को नोटिस जारी किया गया है. इस नोटिस में पूछा गया है कि बच्चों के लिए जो दवाई प्रतिबंधित है ‘डेक्स्ट्रोमेथोर्फन’ उनका इस्तेमाल क्यों किया गया ?
पुष्टिबच्चों के लिए यह दवाई जहर के समान होता है. यह दवाई दिल्ली सरकार के मोहल्ला क्लीनिक में बच्चों को प्रिस्क्राइब किया जा रहा है. यह दवाई बच्चों के इस्तेमाल के लिये नहीं है. सख्त रूप से इसके इस्तेमाल पर प्रतिबंध है इसके बावजूद मोहल्ला क्लीनिक में इन दवाइयों का इस्तेमाल बच्चों के लिए किया जा रहा है. किसी भी हालत में डेक्स्ट्रोमेथोर्फन बच्चों के लिए नहीं दिया जा सकता. ओमेगा फार्मा यह दवा बनाती है और दिल्ली सरकार के मोहल्ला क्लीनिक में सप्लाई करती है. सीडीएससीओ ने इस मामले की जांच की है और इसकी रिपोर्ट भी संलग्न किया गया है. दिल्ली सरकार के ड्रग कंट्रोल डिपार्टमेंट को इस बारे में पहले ही सूचित कर दिया गया है.स्वास्थ्य महानिदेशालय को लिखी चिट्ठी में DGHS में दिल्ली सरकार से आग्रह किया गया है कि जिन मोहल्ला क्लीनिक में या डिस्पेंसरीज में जो भी इनके अंतर्गत आता है, वहां इस संबंध में एक नोटिस जारी करें और चार साल से कम उम्र के बच्चों के लिए ‘डेक्स्ट्रोमेथोर्फन’ दवाई इस्तेमाल नहीं करने की सख्ती से निर्देश जारी करें, साथ ही ओमेगा फार्मा द्वारा निर्मित इस दवाई को जनहित में तुरंत वापस लेने को कहा है.

By DTI