नई दिल्ली,डीटी आई न्यूज़आजाद भारत के बाद कांग्रेस की ओर से शुरू होने वाली भारत जोड़ो पदयात्रा के लिए सोमवार का दिन एक बड़े रिहर्सल के तौर पर देखा गया है। जिस तरीके से कांग्रेस नेता राहुल गांधी को ईडी कार्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया गया और उसके बाद देश भर में बड़े स्तर पर प्रदर्शन हुआ, वह कांग्रेस के लिए एक बूस्टर डोज की तरह माना जा रहा है।
इन प्रदर्शनों से कांग्रेस के बड़े कद्दावर नेताओं को न सिर्फ अक्तूबर में होने वाली भारत जोड़ो यात्रा के लिए बड़ी उम्मीदें जगी हैं, बल्कि अब इस दिशा में नई रणनीति बनाने के लिए योजनाएं भी शुरू हो गई हैं। सोमवार को देश भर में हुए कांग्रेस के इस प्रदर्शन को उदयपुर में हुए चिंतन शिविर के बाद के सबसे बड़े और पहले प्रदर्शन के तौर पर देखा जा रहा है।
कहने को तो कांग्रेस के लिए सोमवार का दिन बड़ी मुसीबतों वाला था क्योंकि राहुल गांधी को ईडी के सामने पूछताछ के लिए हाजिर होना पड़ा। जबकि अभी कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से पूछताछ होनी बाकी है। राहुल गांधी की ईडी के सामने होने वाली पेशी को कांग्रेस ने एक बहुत बड़े आंदोलन के तौर पर मनाने के लिए पिछले हफ्ते ही बड़ी योजनाएं बनानी शुरू कर दी थीं।
इसे लेकर रविवार को कांग्रेस के तमाम कद्दावर नेताओं ने देश के अलग-अलग राज्यों में न सिर्फ प्रेस कॉन्फ्रेंस की बल्कि सोमवार को होने वाले बड़े आंदोलन की पूरी रूपरेखा तैयार की। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सुरजेवाला कहते हैं कि दरअसल कांग्रेस सत्य की लड़ाई लड़ रही है। उनका कहना है कि यह लड़ाई आगे भी चलती रहेगी। सुरजेवाला ने बताया कि कांग्रेस की रणनीतियों और देशभर में होने वाले बड़े प्रदर्शन के चलते देश की राजधानी दिल्ली को मोदी सरकार ने छावनी में तब्दील कर दिया है। वह कहते हैं, यह कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की ताकत का डर है जो भाजपा को सता रहा है।
राजनीतिक विश्लेषक एसएम त्यागी कहते हैं कि सोमवार को कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं के मार्च के बाद देश भर में शुरू हुए धरना प्रदर्शन और आंदोलनों से एक बात तो बिल्कुल स्पष्ट हो गई है कि कांग्रेस आने वाले दिनों में आक्रामक रुख अख्तियार करती रहेगी। हालांकि उनका कहना है कि यह प्रदर्शन राजनीतिक रूप से कितने ताकतवर होंगे, यह तो लोकसभा और विधानसभा चुनाव परिणाम ही बताएंगे, लेकिन कांग्रेस के लिए एक बूस्टर डोज के तौर पर सोमवार का दिन माना जा सकता है। सोमवार को दिल्ली में कांग्रेस के बड़े नेताओं के मार्च के दौरान रणदीप सुरजेवाला ने स्पष्ट किया कि उनके सत्य का आंदोलन चलता रहेगा