दोसा,संजीव मेहता।जहां आधुनिक युग के दूल्हे अपनी बारात में आधुनिक लग्जरी कारों एवं अन्य वाहनों का उपयोग करते हैं वहीं कुछ ऐसे लोग भी हैं जो लीक से हटकर सादगी के साथ सात जन्मों के बंधन को यादगार बनाने के साथ-साथ समाज को अच्छा संदेश भी देना चाहते हैं। कुछ ऐसा ही उदाहरण उपखंड के नंगाखेड़ी निवासी किसान व विनायका सरपंच राजकुमार जाट के छोटे भाई किशन लाल जाट ने अपनी शादी को सादगीपूर्ण व अनोखे ढ़ंग से करने के लिए 101 ट्रैक्टर में बारात लेकर जाटों का खेड़ा पहुंचा।
दूल्हे सहित सभी बाराती ट्रैक्टर में सवार होकर निकले तो एक कौतूहल सा नजारा था। बुधवार रात बड़ीसादड़ी नगर से होकर एक साथ 101 ट्रैक्टरों वाली बारात गुजरी तो लगा जैसे किसानों की रैली निकल रही है। बारात के ट्रैक्टरों में राजस्थानी परिधानों में सजे – धजे लोग मेवाड़ी परंपरा की जीवंतता का भी आभास करा रहे थे।
और तो और इस विवाह में दूल्हे किशन लाल जाट ने एक रुपया भी दहेज ना लेने का संकल्प कर मिसाल पेश की। जिसकी सभी ने प्रशंसा की। लोगों ने कहा कि समाज के युवाओं को किशन जैसे दूल्हे से प्रेरणा लेते हुए दहेज के अभिशाप को मिटाने का प्रयास करना चाहिए। इधर, दुल्हन पूजा जाट भी उच्च शिक्षित है तथा बैडमिंटन खेलकूद में राष्ट्रीय स्तर पर भाग लिया है। पूजा का भी संकल्प था कि वह उसी से शादी करेगी जो बिना दहेज के शादी करेगा।
वहीं दूसरी ओर मंगल गीत गाती हुई भी ध्यान आकर्षित कर रही थी।

दुल्हा किशन स्वयं ट्रैक्टर चलाते हुए आगे चल रहा था। जिसके ट्रैक्टर पर तिरंगा ध्वज लगा था। दुल्हे सहित सभी ट्रैक्टरों को फूलों से सजाया गया। बारात नंगाखेड़ी से जाटों का खेड़ा देसी ठाठ बाट से पहुंची। ट्रैक्टर ट्रॉली में देसी खाट पर पुरुष, महिलाएं सवार थे। पहली बार बारात की एक अलग ही मेवाड़ी झलक दिखाई दी जो चर्चा का विषय रही।
और तो और इस विवाह में दूल्हे किशन लाल जाट ने एक रुपया भी दहेज ना लेने का संकल्प कर मिसाल पेश की। जिसकी सभी ने प्रशंसा की।

By DTI