दिव्या टाइम्स इंडिया। नई दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने राजधानी दिल्ली और उससे सटे NCR में न्यूज क्लिक (Newsclick) वेबसाइट के पत्रकारों के ठिकानों पर रेड डाली है. यह कार्रवाई फॉरेन फंडिंग के मामले में UAPA के तहत की जा रही है. स्पेशल सेल ने मंगलवार को सुबह-सुबह एक साथ दिल्ली, नोएडा और गजियाबाद में रेड डाली है. बताया जा रहा है कि छापामार कार्रवाई 100 से ज्यादा ठिकानों पर एक साथ चल रही है. इस दौरान कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया गया है, जिन्हें स्पेशल सेल लाया गया है.।

रिपोर्ट के मुताबिक पत्रकार उर्मिलेश और सत्यम तिवारी को हिरासत में लिया गया है. इनके वकील स्पेशल सेल के दफ्तर पहुंच गए हैं. वहीं, पत्रकार अभिसार शर्मा को भी दिल्ली पुलिस की स्पेशल लेकर गई है. NewsClick के संस्थापक और प्रधान संपादक प्रबीर पुरकायस्थ को स्पेशल सेल के दफ्तर लाया गया है.।

UAPA के तहत चल रही इस रेड में स्पेशल सेल के 500 से ज्यादा पुलिसकर्मी शामिल हैं. रेड के दौरान इसमें स्पेशल सेल के साथ अर्धसैनिक बल के जवान भी हैं. ये जवान सुरक्षा के लिहाज से स्पेशल सेल की टीम के साथ हैं. अनुमान जताया जा रहा है कि रेड खत्म होने के बाद दिल्ली पुलिस की तरफ से प्रेस कांफ्रेंस की जा सकती है. फिलहाल सभी सीनियर अफसरों को रेड पर फोकस रखने के लिए कहा गया है.।

बताया जा रहा है कि दिल्ली पुलिस की छापेमारी 17 अगस्त को UAPA और आईपीसी की अन्य धाराओं के तहत की जा रही है. इस एफआईआर में दो समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने और आपराधिक साजिश रचने की धारा भी जोड़ी गई है.।

सीपीएम दफ्तर में काम करने वाले श्रीनारायण के बेटे सुमित कुमार का मोबाइल और लैपटॉप पुलिस ने जप्त कर लिया है. वह Newsclick में ही काम करता है. उसके 36 कैनिंग लेन में स्थित ठिकाने पर छापा मारा गया है. हालांकि, सुमित को हिरासत में नहीं लिया गया है. 36 कैनिंग लेन ऑल इंडिया किसान सभा का दफ्तर है. यह घर सीपीएम महासचिव होने के नाते सीताराम यचुरी के नाम पर आवंटित है. रेड यहां रहने वाले सीपीएम दफ्तर के कर्मचारियों के कमरे में हुई है. सुमित न्यूज क्लिक के दफ्तर में ग्राफिक्स और वीडियो टीम में काम करता है.।

ED के इनपुट के आधार पर एक्शन

बताया जा रहा है कि दिल्ली पुलिस ने एक नया मामला दर्ज किया है. पुलिस उस इनपुट के आधार पर एक्शन ले रही है, जो प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने साझा किया था. ED की जांच में 3 साल के अंदर 38.05 करोड़ रुपए के फेक विदेशी फंड ट्रांजेक्शन का खुलासा हुआ था. ये पैसे गौतम नवलखा और तीस्ता सीतलवाड़ के सहयोगियों के अलावा कई पत्रकारों को दिए गए थे.।

चीन से किस चैनल के जरिए आया पैसे

इन पैसों के लेनदेन का खुलासा ED की जांच में हुआ था. इसमें एफडीआई के जरिए 9.59 करोड़ रुपये और सर्विस एक्सपोर्ट के बदले 28.46 करोड़ रुपए देने की बात सामने आई थी. चीन से आया पैसा कुछ विदेशी फर्मों के माध्यम से Newsclick तक पहुंचा. यही पैसा Newsclick से जुड़े पत्रकारों को भी दिया गया था.।

चीनी कंपनियों से फंडिंग मिलने का मामला

बता दें कि साल 2021 में दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने Newsclick को मिली अवैध फंडिंग को लेकर मुकदमा दर्ज किया था. ये संदिग्ध फंडिंग चीनी कंपनियों के जरिये Newsclick को मिली थी. इसके बाद ED ने मुकदमा दर्ज कर तफ्तीश शुरू की थी, हालांकि हाई कोर्ट ने उस वक्त Newsclick + प्रमोटर्स को गिरफ्तारी से राहत दे दी थी.

By DTI