उत्तरकाशी,दिव्या टाइम्स इंडिया।दिवाली के शुभ अवसर पर उत्तराखंड में एक दर्दनाक टनल में हादसा हुआ है। उत्तरकाशी यमुनोत्री नेशनल हाईवे पर टनल में हादसा होने के बाद 40 लोग टनल के अंदर फंस गए हैं। चिंता की बात है कि टनल के अंदर फंसे मजूदरों की पिछले 12 घंटे से ज्यादा समय जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष जारी है।
टनल में फंसे अधिकांश लोग झारखंड, उत्तर प्रदेश-यूपी, उड़ीसा, बिहार, पश्चिम बंगाल आदि राज्यों के रहने वाले हैं। टनल हादसे की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन भी हाई अलर्ट मोड पर आ गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, ऑल वेदर रोड के लिए ऋषिकेश- यमुनोत्री नेशनल हाईवे पर टनल का निर्माण हो रहा था।
रविवार सुबह करीब 4 बजे भूस्खलन की वजह से टनल का एक हिस्सा धंस गया। टनल के धंसने की वजह से 40 मजदूर करीब 150 मीटर अंदर टनल में फंस गए। भूस्खलन के बाद सिलक्यारा की तरह से भूस्खलन हुआ है।
टनल का निर्माण कार्य 2023 तक प्रस्तावित था, लेकिन नए लक्ष्य में टनल निर्माण को मार्च 2024 तक परा करना था। टनल धंसने के बाद जिला प्रशासन की टीम के साथ ही एसडीआरएफ, एनडीआरफ, आईटीबीपी, सहित फायर सर्विस की टीमें भी मौके पर मौजूद हैं।
खाद्य साम्रगी को अंदर पाइप में प्रेशर देकर अंदर भेजी जा रही है। टनल के अंदर ज्यादा मलबा आने की वजह से कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर द्वारा नई टिहरी से ड्रिल मशीन मंगाई गई है। ड्रिल मशीन की मदद से पूरा मलबा हटाने का कार्य किया जा रहा है। टर्नल के अंदर फंसे मजदूरों से अभी तक कोई सम्पर्क नही हो पा रहा है।
टनल में फंसे लोगों के लिए पाइप से ऑक्सीन सप्लाई निर्माणाधीन टनल में रविवार तड़के से लोग फंसे हुए हैं। किसी भी अनहोने से निपटने के लिए राहत व बचाव कार्य तुरंत ही शुय कर दिया गया था। रेस्क्यू टीम द्वारा टनल में फंसे लोगों को पाइप के माध्यम से ऑक्सीजन सप्लाई की जा रही है। सूत्रों की बातें मानें तो रेस्क्यू टीम द्वारा टनल के अंदर राशन भेजने की व्यवस्था करने में जुटी हुई है।
डीएम उत्तरकाशी ने अधिकारियों की छुट्टियां की रद्द उत्तरकाशी जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला ने जिले के सभी अधिकारियों के छुट्टियां रद्द कर दी है। सभी अधिकारियों को तत्काल अपने-अपने कार्य स्थल पर रिपोर्ट करने की सख्त हिदायत दी गई है। डीएम के आदेशानुसार, अधिकारियों और कर्मचारियों को राहत एवं चौबीसों घंटे तत्पर रहने के निर्देश दिए
टेक्निकल एक्सपर्ट की भी ले रहे सलाह
उत्तरकाशी जिले के यमुनोत्री नेशनल हाईवे पर निर्माणाधीन टनल निर्माण के धंसने के बाद राहत व बचाव कार्य युद्धस्तर पर संचालित किया जा रहा है। टेक्निकल एक्पर्ट की राय के साथ रेस्क्यू टीम द्वारा राहत व बचाव कार्य किया जा रहा है।
टनल में फंसे लोगों को सकुशल बाहर निकालने के लिए वर्टिकल ड्रिलिंग मशीन भी इस्तेमाल में भी लाई जा सकती है। जिलाधिकारी ने बीआरओ से अभियान के तकनीकी पहलूओं पर विचार विमर्श किया।
रेस्क्यू करने में लग सकता हैं 2 से 3 तीन
निर्माणाधीन टनल में फंसे लोगों को सुरंग से बाहर निकालना कोई आसान काम नहीं होगा। टनल में फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए सुरक्षित रास्ता बनाने पर कार्म किया जा रहा है। लेकिन, टनल के अंदर लगातार मलबा गिरन से बचाव कार्यों में जुटी एजेंसियों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है।