दिव्या टाइम्स इंडिया।नवरात्र से एक दिन पूर्व सोमवार दोपहर श्री गर्जिया देवी मंदिर परिसर में अचानक लगी आग से हड़कंप मच गया। मंदिर के नीचे प्रसाद बेचने वाली छप्पर वाली करीब 25 दुकानों के आग पकड़ लेने से वहां मौजूद श्रद्धालुओं में भगदड़ मच गई।

दुकानदारों और दर्शन करने आए लोगों ने पुल पर चढ़कर जान बचाई। आग से करीब 10 लाख रुपये से ज्यादा का नुकसान बताया जा रहा है। आग लगने की वजह ऊपर मंदिर से जलती धूप या जलती चुन्नी के टुकड़े को माना जा रहा है।

श्री गर्जियादेवी मंदिर समिति के कोषाध्यक्ष और पूर्व राज्यमंत्री डा. निशांत पपनै ने बताया कि दोपहर 2.07 बजे आग लगने की घटना घटी। उनके अनुसार संभवतः ऊपर मंदिर से जलती धूप या जलती चुन्नी का टुकड़ा नीचे छप्पर वाली दुकान पर गिरा।

इस दुकान पर आग लगते ही आसपास के दुकानदार और श्रद्धालु आग बुझाने के लिए दौड़े, लेकिन इस बीच एक-एक कर सभी दुकानों ने आग पकड़ ली। दोपहर के समय हवा चलने से आग ने विकराल रूप ले लिया। दुकानों में प्रसाद की थैलियां, चुन्नियां और परवल के प्रसाद ने आग को और तेज भड़का दिया। धुएं और आग की लपटों के तेज होते जाने से वहां मौजूद श्रद्धालुओं में भगदड़ मच गई। लोगों ने पुल पर चढ़कर जान बचाई।

आग की सूचना मिलते ही रामनगर शहर से फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियां 20 मिनट में मंदिर पहुंच गई थी, लेकिन मंदिर के मुहाने से ही अतिक्रमण के चलते तंग रास्ते में गाड़ियां नहीं घुस सकीं। दमकल का पानी का पाइप खोलकर भी मौके पर नहीं पहुंचाया जा सका। करीब 45 मिनट में 23 से 25 दुकानें जलाने के बाद आग शांत हुई। दमकल विभाग करीब 9 से 10 लाख रुपये के नुकसान का प्रारंभिक आंकलन कर रहा है।

दोपहर करीब 2.15 बजे हमें गर्जिया मंदिर परिसर में आग लगने की सूचना मिली। फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियां वहां पहुंची, लेकिन रास्ता नहीं मिलने से मौके पर गाड़ियां नहीं पहुंच सकी। आग लगने की वजह प्रारंभिक जलती धूप या चुन्नी मानी जा रही है।

उमेश चंद्र परगाईं, एफएसओ, फायर ब्रिगेड रामनगर

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