हरिद्वार, हर्षिता। उत्तराखंड संस्कृत अकादमी में आयोजित अखिल भारतीय संस्कृत कवि सम्मेलन में मुख्य अतिथि पूर्व विधायक यतीश्वरानन्द ने कहा कि संस्कृत भाषा हमें एकता के सूत्र में बांधती है। संस्कृत भाषा का अध्ययन करने वाले छात्र-छात्राओं को प्राप्त हुआ है। कार्यक्रम अध्यक्षता कर उत्तराखण्ड संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दिनेशचन्द्र शास्त्री ने संस्कृत काव्यशास्त्र के महत्त्व बताया। कहा कि संस्कृत भाषा में कविता लिखना तथा उस कविता में रस, छन्द व अलंकारों को समाहित कर उसे सुसज्जित करना सहज नहीं है। यह भगवती सरस्वती की कृपा से ही सम्भव है। विशिष्ट अतिथि संस्कृत भारती के प्रान्त संगठन मंत्री गौरव शास्त्री ने संस्कृत भाषा को जनभाषा बनाने की दिशा में कार्य करने पर बल दिया। कहा कि ऐसे सम्ममेलनों के माध्यम से ही जन- जन तक संस्कृत भाषा के सरल रूप प्रस्तुत किया जा सकेगा।

By DTI