चंडीगढ़, दिव्या टाइम्स इंडिया। डल्लेवाल को भूख हड़ताल करते हुए करीब एक महीने से ज्यादा का वक्त बीच चुका है। शंभू बॉर्डर पर डटे किसान दिल्ली आना चाहते थे, जिसकी मंजूरी नहीं मिली थी। इस बीच डल्लेवाल ने भूख हड़ताल ही शुरू कर दी। अब तक मिली जानकारी के अनुसार पंजाब के ज्यादातर नेशनल हाईवेज पर सुबह से ही सन्नाटा पसरा है। वाहन नहीं दिख रहे हैं और लोग आज बड़ी संख्या में नौकरियों पर भी नहीं निकले। दिल्ली, चंडीगढ़, हरियाणा आदि से हिमाचल और जम्मू- कश्मीर जाने वाले निजी वाहन ही राजमार्गों पर दिख रहे हैं। इसके अलावा शहरों के रास्तों पर तो सन्नाटा ही पसरा है। किसान संगठनों के प्रतिनिधि सुबह ही निकल गए और दुकानें बंद कराते नजर आए। बंद का असर उन जिलों में अधिक दिख रहा है, जहां ग्रामीण क्षेत्र अधिक है। फिरोजपुर, बठिंडा, होशियारपुर, मोगा, पटियाला जैसे जिलों में बंद का व्यापक असर है।

पंजाब में सिर्फ आपातकालीन सेवाओं का ही संचालन हो रहा है।हालांकि शाम 4 बजे के बाद हालात सामान्य होने की उम्मीद है। किसानों ने बंद का ऐलान शाम 4 बजे तक के लिए ही किया है। प्राइवेट बस संचालकों ने भी बंद का समर्थन किया है। इसके चलते सड़कों पर भी आवाजाही कम है और क्योंकि ट्रेनें रद्द हैं तो फिर रेलवे स्टेशनों पर भी सन्नाटा पसरा है। यह बंद किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की भूख हड़ताल के समर्थन में बुलाया गया है, जो कई दिनों से अनशन पर हैं और अब उनकी तबीयत भी गंभीर है। डल्लेवाल का कहना है कि सरकार को एमएसपी कानून लाना चाहिए और जब तक उसके बारे में ऐलान नहीं किया जाएगा। तब तक वह अनशन करते रहेंगे। वहीं सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार को आदेश दिया है कि वह डल्लेवाल को जबरदस्ती ही सही, लेकिन अस्पताल ले जाकर इलाज कराए।

By DTI