अयोध्या डीटीआई न्यूज़ राम नाम की लूट है, लूट सके तो लूट, अंत समय पछतायेगा, जब प्राण जाएंगे छूट। ये काफी पुराना फ्रेज है। लेकिन कहते हैं न कि समय के साथ हर चीज बदल जाती है। हालिया मामले से अब ये लग रहा है कि ये फ्रेज भी बदल गया है और राम नाम की लूट है के बजाय हो गया है राम नाम पर लूट है लूट सके तो लूट। Ram Mandir के नाम पर अब तक सरकारें बनाई गईं अब पैसा बनाया जा रहा है। कहानी ये है 2 लोगों ने 2 करोड़ की जमीन खरीद कर उसी 10 मिनट बाद साढ़े 18 करोड़ में बेच दी। ये जमीन 1 करोड़ 65 लाख रुपए प्रति मिनट महंगी हुई।
श्रीराम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा दस मिनट पहले खरीदी गई दो करोड़ की जमीन का रजिस्टर्ड एग्रीमेंट 18.5 करोड़ में करा लिया गया। एक ही दिन हुए बैनामे व एग्रीमेंट में ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्रा व महापौर ऋषिकेश उपाध्याय गवाह रहे। यह आरोप रविवार को पूर्व मंत्री तेज नारायण पांडेय ने सिविल लाइंस स्थित एक होटल में आयोजित प्रेसवार्ता में लगाते हुए प्रधानमंत्री से मामले की सीबीआई जांच कराने व दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।
पूर्व मंत्री तेज नारायण पांडेय ने कहा कि अयोध्या के बाग बिजेस्वर में स्थित 12080 वर्ग मीटर एक भूमि का बैनामा 18 मार्च, 2021 की शाम 07:05 बजे बाबा हरिदास ने व्यापारी सुल्तान अंसारी व रवि मोहन तिवारी को दो करोड़ रुपये में किया था। इसमें गवाह के रूप में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्रा व महापौर ऋषिकेश उपाध्याय मौजूद रहे। कहा कि इसी दिन 07:15 मिनट के करीब इसी भूमि का रजिस्टर्ड एग्रीमेंट सुल्तान अंसारी व रवि मोहन तिवारी से श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने 18.5 करोड़ रुपये में कराया लिया।
खास बात रही कि एग्रीमेंट में भी ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्रा व महापौर ऋषिकेश उपाध्याय गवाह के रूप में मौजूद रहे। ट्रस्ट ने 17 करोड़ रुपये सुल्तान अंसारी व रवि मोहन तिवारी के खाते में आरटीजीएस के माध्यम से ट्रांसफर किए हैं।
चंपत राय बोले- सहमति व संवाद के आधार पर ट्रस्ट खरीद रहा है जमीन
राम मंदिर निर्माण के लिए जमीन खरीदने में श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट के ऊपर लगे घोटाले के आरोप पर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने मीडिया में प्रेस नोट जारी कर अपना पक्ष रखा है। उन्होंने कहा कि जो राजनीतिक लोग इस मामले में प्रचार कर रहे हैं, वह भ्रामक है और राजनीति से प्रेरित है।
क्रय और विक्रय का कार्य आपसी सहमति और संवाद के आधार पर हो रहा है। सहमति के बाद सहमति पत्र पर हस्ताक्षर भी किए जाते हैं। सभी प्रकार की कोर्ट फीस व स्टांप पेपर की खरीदारी ऑनलाइन की जाती है। 9 नवंबर को श्री रामजन्म भूमि के पक्ष में फैसला आने के बाद एकाएक बड़ी संख्या में लोग अयोध्या जमीनों की खरीदारी करने के लिए आने लगे।
प्रियंका बोलीं- राम मंदिर के लिए दिए गए चंदे का दुरुपयोग अधर्म
कांग्रेस की यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट द्वारा खरीदी गई जमीन में घोटाले के आरोप पर कहा कि राम मंदिर के लिए दिए गए चंदे का दुरुपयोग अधर्म और पाप है। ये इस देश की जनता का अपमान है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि करोड़ों लोगों ने आस्था और भक्ति के चलते भगवान के चरणों में चढ़ावा चढ़ाया। उस चंदे का दुरुपयोग अधर्म है, पाप है, उनकी आस्था का अपमान है।
लखनऊ कांग्रेस की महिला विंग का प्रदर्शन
वहीं, इसी मुद्दे पर लखनऊ कांग्रेस की महिला विंग ने मुख्यमंत्री आवास के सामने प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि मामले की जांच होनी चाहिए।
अयोध्या के जिलाधिकारी का दावा ट्रस्ट फायदे में
मामले पर जिलाधिकारी अयोध्या अनुज कुमार झा का कहना है कि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने बाग बिजैसी मोहल्ले में जो जमीन खरीदी है वह काफी महत्वपूर्ण स्थान पर है। ठीक इसी के सामने अयोध्या रेलवे स्टेशन का मुख्य द्वार बनना है। नए प्लान में यह इलाका सबसे बड़ा व्यावसायिक हब बनेगा। भक्तों की सुविधाओं के लिए ट्रस्ट के प्लान का स्वागत होना चाहिए।