हरिद्वार, 2 मई 2025 —हर्षिता। हरिद्वार-रुड़की क्षेत्र में औषधि कारोबार पर शिकंजा कसने की शुरुआत हो चुकी है। एफडीए के अपर आयुक्त के निर्देश पर नव नियुक्त औषधि निरीक्षकों की तैनाती जनपद स्तर पर कर दी गई है। इसके साथ ही दवाओं की गुणवत्ता और भंडारण व्यवस्था को लेकर मेडिकल स्टोर्स व अस्पतालों पर गहन निगरानी शुरू कर दी गई है।
देहरादून में 6 दिवसीय गहन प्रशिक्षण के उपरांत, औषधि निरीक्षक मेघा और हरीश सिंह को हरिद्वार जनपद में नियुक्त किया गया है। निरीक्षक मेघा ने 1 मई से सक्रिय रूप से कार्यभार ग्रहण कर लिया है और वरिष्ठ औषधि निरीक्षक अनीता भारती के साथ क्षेत्रीय भ्रमण में जुट गई हैं।
भगवानपुर क्षेत्र में चला औषधि निरीक्षण अभियान
आज भगवानपुर इलाके में औषधि निरीक्षण अभियान चलाया गया, जिसमें फार्मेसी संचालकों को गर्मी के मौसम में दवाओं के उचित भंडारण को लेकर सख्त चेतावनी दी गई। अधिकारियों ने कहा कि सीधी धूप व अत्यधिक तापमान दवाओं की गुणवत्ता को नुकसान पहुंचा सकते हैं, ऐसे में तापमान नियंत्रण अनिवार्य है।
नवदीप अस्पताल पर बड़ी कार्रवाई
निरीक्षण के दौरान मखनपुर स्थित नवदीप अस्पताल पर एफडीए की टीम ने छापा मारा, जहां अस्पताल बिना पंजीकरण और डॉक्टर के बिना संचालित हो रहा था। मौके पर किसी भी प्रकार का वैध लाइसेंस, रजिस्ट्रेशन या चिकित्सक की उपस्थिति नहीं मिली।
अस्पताल को नोटिस जारी करते हुए उसकी सभी गतिविधियों पर तत्काल रोक लगा दी गई है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी को भी इसकी सूचना दी गई है।
हालांकि, अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि उन्होंने पंजीकरण हेतु आवेदन किया है, परंतु जब तक दस्तावेजों की पुष्टि नहीं हो जाती, तब तक एफडीए की निगरानी जारी रहेगी।
इस कार्रवाई से क्षेत्र में हड़कंप मच गया है, और यह स्पष्ट संकेत है कि अब औषधि कारोबार में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। एफडीए का यह कदम दवा उपभोक्ताओं की सुरक्षा की दिशा में एक सशक्त पहल माना जा रहा है।