देहरादून, हर्षिता।उत्तराखंड में मौसम लगातार खराब होता जा रहा है. आज मौसम विभाग ने भारी से बहुत भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है. इसका असर अनेक जिलों में दिखाई दे रहा है. आज सोमवार को कक्षा 1 से 12वीं तक के सभी स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र बंद रखे गए हैं. रुद्रप्रयाग के घोलतीर में गुरुवार 26 जून को दुर्घटनाग्रस्त हुई बस के 6 तीर्थयात्री अभी भी लापता हैं. वहीं उत्तरकाशी में रविवार को बादल फटने से हुए हादसे के बाद से 7 मजदूर लापता हैं. सभी जिलों से लगातार अपडेट्स सामने आ रहे हैं.

कोटद्वार-पौड़ी NH पर भारी मात्रा में मलबा गिरा, यातायात बाधित

पौड़ी: कोटद्वार-पौड़ी राष्ट्रीय राजमार्ग पर गुमखाल के पास बैरगांव में पहाड़ी से भारी मात्रा में मलबा और बोल्डर सड़क पर गिरने से मार्ग पूरी तरह से बाधित हो गया है. साफ तौर पर देखा जा सकता है कि कैसे चंद सेकेंड में सड़क पर बड़े-बड़े पत्थर और मिट्टी के ढेर ने यातायात को पूरी तरह रोक दिया है. संबंधित एजेंसियां मशीनों के जरिए मार्ग को खोलने में जुटी हैं, लेकिन बारिश और लगातार मलबा गिरने से काम में चुनौतियां आ रही हैं.

पौड़ी पुलिस प्रशासन ने सभी यात्रियों से अपील की है कि वो सतर्क रहें और सावधानीपूर्वक वाहन चलाएं. खासकर बरसात के मौसम में इस मार्ग पर भूस्खलन का खतरा बना रहता है. संबंधित कार्यदायी संस्थाएं मार्ग को जल्द से जल्द खोलने के लिए कार्य कर रही हैं. प्रशासन ने यात्रियों को वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करने की भी सलाह दी है.

नैनीताल जिले का हाल.

कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने बताया कि मौसम विभाग द्वारा जारी अलर्ट के अनुसार कुमाऊं मंडल तक का हिस्सों में बारिश हो रही है. बारिश को देखते हुए जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन को अलर्ट पर रखा गया है. इसके अलावा पहाड़ों पर जहां-जहां सड़क बंद है उनको खोलने के प्रयास किया जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि आपदा और भारी बरसात को लेकर जिला प्रशासन की नजर बनी हुई है. जहां से भारी बरसात या आपदा जैसी कोई सूचना आ रही है तो उसकी निगरानी वो स्वयं कर रहे हैं. जिला प्रशासन को 24 घंटे अलर्ट मोड पर रखा गया है.

कुमाऊं मंडल में आफत की बारिश, मंडल में 54 सड़के बंद, कमिश्नर ने दिए निर्देश

कुमाऊं मंडल में 24 घंटे से हो रही बारिश के कारण कई स्थानों पर भूस्खलन हुआ है. मलबा और लैंडस्लाइड के कारण कुमाऊं मंडल के 6 जिलों में 54 सड़कें बंद हैं. जिला प्रशासन और पीडब्ल्यूडी सड़कें खोलने का प्रयास कर रहे हैं. अधिकतर बंद सड़कें जिला और ग्रामीण मार्ग हैं.

  • सबसे अधिक नुकसान की खबर बागेश्वर जनपद से सामने आई है.
  • बागेश्वर में मलबा आने से 26 सड़के बंद हैं.
  • कुमाऊं कमिश्नर कार्यालय के अनुसार बागेश्वर जनपद में सबसे अधिक 26 सड़के बंद हैं.
  • पिथौरागढ़ जनपद में 13, चंपावत जनपद में 8 मार्ग अवरुद्ध हैं.
  • जबकि अल्मोड़ा जिले में 4 और नैनीताल जनपद में सड़कें बंद हैं.

पौड़ी जनपद में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण जिले के 31 मोटर मार्गों पर यातायात पूरी तरह से बंद है. मलबा और बोल्डर गिरने से कई सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं. सड़कों को खोलने का काम जारी है. वहीं, अलकनंदा नदी का जलस्तर 533.20 मीटर पर है.

  1. भारी वर्षा के चलते कोटद्वार-नजीबाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-534) का एक हिस्सा नजीबाबाद से पहले खैरा ढाबे के पास पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है.
  2. इसके कारण कोटद्वार से नजीबाबाद, हरिद्वार तथा देहरादून की ओर जाने वाला यातायात पूरी तरह से अवरुद्ध हो गया है.
  3. पुलिस प्रशासन ने सभी वाहनों को गुमखाल, दुगड्डा आदि वैकल्पिक मार्गों से डायवर्ट कर आगे भेजा है.
  4. ये डायवर्जन मुख्य राजमार्ग सही होने तक लागू रहेगा.
  5. पौड़ी-कोटद्वार राष्ट्रीय राजमार्ग गुमखाल ग्राम बैरगांव के पास पहाड़ी से मलबा आने कारण मार्ग बंद हो गया है.

By DTI