हरिद्वार, 04 सितम्बर 2025। हर्षिता। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सख्त निर्देशों के बाद हरिद्वार में स्वास्थ्य विभाग ने बड़ा एक्शन लिया है। मानकों के अनुरूप संचालित न हो रहे क्लीनिकों और अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर औचक निरीक्षण अभियान चलाया गया, जिसमें कई अनियमितताएं पकड़ में आईं।
🔎 चेकिंग अभियान की बड़ी बातें
✅ 2 अल्ट्रासाउंड मशीनें सील – मानकों का पालन न करने पर।
✅ 3 अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर जुर्माना – डॉक्टर मौके पर उपलब्ध न होने पर।
✅ 19 नैदानिक संस्थान दंडित – नियमों का उल्लंघन पाए जाने पर ₹50-50 हजार का जुर्माना।
✅ कुल जुर्माना – ₹9 लाख 50 हजार।
🏥 सील और जुर्माना लगाए गए प्रमुख केंद्र

सील किए गए – मान्य डायग्नोस्टिक (बहादराबाद), ग्लोबल मल्टीस्पेशलिटी (लंढौरा)
डॉक्टर न मिलने पर जुर्माना – दीप अल्ट्रासाउंड (सुल्तानपुर), यशलोक हॉस्पिटल (रुड़की), आर्यावर्त हॉस्पिटल (कनखल)
₹50,000 जुर्माने वाले संस्थान – लोटस हॉस्पिटल (ज्वालापुर), एसएन पैथोलॉजी लैब (बहादराबाद), मेडविन हॉस्पिटल (रुड़की), खुशी हॉस्पिटल (लंढौरा), सहारा हॉस्पिटल (मंगलौर), ग्रीन हॉस्पिटल (मंगलौर) समेत कुल 19 अस्पताल और लैब।
🗣️ सीएमओ डॉ. आर.के. सिंह ने कहा
⚡ निचोड़
“मुख्यमंत्री जी के निर्देश पर गठित समिति ने औचक निरीक्षण किया। स्वास्थ्य सेवाओं में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। नियम तोड़ने वालों पर कठोर कार्रवाई जारी रहेगी।”
👉 यह कार्रवाई संदेश देती है कि हरिद्वार में जनता और श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
