देहरादून: हर्षिता।उत्तराखंड में पेपर लीक मामले से युवाओं में भारी नाराजगी दिखाई दे रही है. बीती रोज स्नातक स्तरीय परीक्षा हुई थी. जिसके कुछ प्रश्न पत्र भी परीक्षा शुरू होने के तुरंत बाद सामने आए. परीक्षा की पारदर्शिता पर सवाल उठने पर एसएसपी अजय सिंह और यूकेएसएसएससी अध्यक्ष जी एस मर्तोलिया ने संयुक्त रूप से प्रेस वार्ता की. जिसमें उन्होंने कहा कि परीक्षा में पूरी तरह से सुचिता बरती गई है. उसके बाद आज भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने का आरोप लगाते हुए सैकड़ों की संख्या में बेरोजगार युवा देहरादून के परेड मैदान में जमा हो गए. गुस्साए बेरोजगारों ने पेपर लीक मामले की सीबीआई से जांच की मांग को लेकर नारेबाजी करते हुए जमकर प्रदर्शन किया.

उत्तराखंड बेरोजगार संघ के बैनर तले युवाओं ने ‘पेपर चोर गद्दी छोड़’ जैसे नारे लगाकर सरकार के खिलाफ अपना विरोध जताया. बेरोजगारों ने आज सचिवालय कूच करने का प्लान बनाया था, लेकिन बाद में संघ के नेताओं ने युवाओं से शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक तरीके से परेड ग्राउंड के पास सड़क पर ही धरने पर बैठने का आह्वान किया. इस मामले पर उत्तराखंड बेरोजगार संघ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष बॉबी पंवार ने कहा कि जिस तरह प्रशासन ने धारा 163 लागू करके युवाओं को डराने की कोशिश की है, यह लोकतंत्र का गला घोटने के समान है और युवाओं के मुद्दों को खत्म करने की कोशिश भर है.

बॉबी पंवार ने कहा कि आज का युवा पेपर लीक मामले की सीबीआई जांच की मांग दोहरा रहा है. नाराज प्रदेश भर के युवा आज एकजुट होकर एक उदाहरण पेश कर रहे हैं, जिससे आने वाले समय में पेपर लीक जैसे मामलों की पुनरावृत्ति ना हो सके. उन्होंने कहा कि रविवार को स्नातक स्तरीय लिखित परीक्षा शुरू होने के कुछ ही मिनट बाद पेपर का एक सेट केंद्र से बाहर आ जाता है, इससे प्रदेश के युवाओं की भावनाएं आहत हुई है.

बॉबी पंवार ने किए ये खुलासे: वहीं, बॉबी पंवार ने सफेद पोश और अधिकारियों पर भी नकल माफियाओं से मिलीभगत का आरोप लगाया है. उन्होंने दावा किया कि पेपर का सेट 11 के बाद ही नहीं इससे पहले ही लीक हो गया था. उन्होंने कहा कि सुबह 10 बजे परीक्षा केंद्र के पीछे की दीवार के बाहर दो युवक प्रश्न पत्र सॉल्व कर रहे थे. उनके पास इसका चश्मदीद गवाह भी है.

रविवार को मैंने यूकेएसएसएससी की स्नातक स्तरीय परीक्षा दी थी. मैंने सोचा था कि यह मेरा आखिरी पेपर है. जिसके लिए मैंने दिन रात तैयारी की थी, लेकिन पेपर लीक होने से भारी निराशा मिली है. पटेलनगर में किराए के कमरे में रहकर पढ़ाई की. अब प्रदर्शन में शामिल होने आया हूं.“- अमन, अभ्यर्थी, नैनबाग

वहीं, दूसरी तरफ उत्तराखंड बेरोजगार संघ के आंदोलन को देखते हुए पुलिस ने भी सुरक्षा कड़ी की है. दून शहर में धारा 163 को लगाने का काम किया है. जिसके चलते युवा आगे तय रूपरेखा के अनुरूप आगे नहीं बढ़ पाए. उत्तराखंड बेरोजगार संघ के बैनर तले युवाओं ने सचिवालय कूच का ऐलान किया था, लेकिन पुलिस की सख्ती के चलते वे परेड ग्राउंड के पास सड़क पर ही धरने पर बैठ गए.

By DTI