
डोईवाला (उत्तराखंड) हर्षिता।: देहरादून के जौलीग्रांट एयरपोर्ट से जैसे ही बेंगलुरु जाने वाली इंडिगो विमान ने उड़ान भरा, वैसे ही तकनीकी खराबी आ गई. ऐसे में आसमान में कई चक्कर लगाने के बाद विमान वापस जौलीग्रांट एयरपोर्ट लौट आया. वहीं, इंडिगो फ्लाइट में तकनीकी खराबी के बाद नियत समय पर आने वाली 2 फ्लाइट को भी आसमान से ही वापस दिल्ली एयरपोर्ट भेजा गया. उधर, फ्लाइट में खराबी आने के बाद पैसेंजर और एयरपोर्ट के अधिकारियों में हड़कंप मचा रहा है.

उड़ान भरते ही देहरादून-बेंगलुरु इंडिगो फ्लाइट में आई तकनीकी खराबी: जौलीग्रांट एयरपोर्ट के डायरेक्टर भूपेश सीएच नेगी के मुताबिक, मंगलवार यानी 28 अक्टूबर को देहरादून से बेंगलुरु जाने वाली इंडिगो की आईजीओ 61 36, A320 की फ्लाइट ने जौलीग्रांट से शाम 6 बजे उड़ान भरी. जैसे ही फ्लाइट ने उड़ान भरी, वैसे ही उसमें तकनीकी खराबी आ गई. उड़ान भरने के बाद पायलट ने एटीसी को बताया कि वे कुछ तकनीकी समस्या का सामना कर रहे हैं.
पायलट के अनुरोध पर खाली कराया गया जौलीग्रांट एयरपोर्ट का रनवे: जौलीग्रांट एयरपोर्ट डायरेक्टर भूपेश नेगी ने बताया कि पायलट ने देहरादून यानी जौलीग्रांट एयरपोर्ट से करीब 8 मील की दूरी पर 5,600 फीट की ऊंचाई जाने के बाद विमान में तकनीकी खराबी आने के बाद वापस आने का अनुरोध किया. इसी बीच दिल्ली से दो फ्लाइट आ रही थी. उन्हें आसमान से ही वापस कर दिया गया. साथ ही जौलीग्रांट एयरपोर्ट के रनवे को खाली कराया गया.
दो विमानों को डायवर्ट किया गया दिल्ली: भूपेश नेगी ने बताया कि जिन दो उड़ानों को आसमान से दिल्ली की ओर मोड़ा गया, उनमें आईजी 0864 दिल्ली-देहरादून और आईजीओ 5032 मुंबई-देहरादून शामिल थी. ऐसे में दोनों को आसमान से दिल्ली की ओर मोड़ दिया गया. जिसके बाद तकनीकी खराबी वाली इंडिगो की फ्लाइट को वापस उतराने का फैसला लिया गया. जिसके बाद फ्लाइट को शाम 18:59 यानी 6 बजकर 50 मिनट पर सुरक्षित रूप से जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर उतारा गया.
करीब एक घंटे तक आसमान में चक्कर लगाती रही फ्लाइट: इस तरह से करीब एक घंटे तक यह फ्लाइट जौलीग्रांट के ऊपर आसमान में चक्कर लगाती रही. डायरेक्टर भूपेश नेगी ने बताया कि एयरपोर्ट प्रशासन और इंडिगो टीम ने यात्रियों की देखभाल की. एएआई टीम समन्वय और सुविधा के लिए हवाई अड्डे मौजूद रही. साथ ही कहा कि दिल्ली में उड़ान भरने के बाद डायवर्ट की गई उड़ानें संचालित होंगी. डायवर्ट की गई उड़ानों को समायोजित करने के लिए हवाई अड्डे के परिचालन के घंटे बढ़ा दिए गए हैं.
