ऋषिकेश,डीटी आई न्यूज़।हरिद्वार देहरादून राजमार्ग पर नेपाली फार्म में प्रस्तावित टोल प्लाजा का विरोध कर रही सर्वदलीय संघर्ष समिति धरना सोमवार 12 जुलाई को तब समाप्त कर दिया गया जब नाटकीय अंदाज़ में पता चला कि उक्त स्थान पर कोई टोल प्लाजा प्रस्तावित ही नही था।
बता दें कि लंबे समय से सर्वदलीय संघर्ष समिति के सदस्य नेपाली फार्म में टोल प्लाजा के खिलाफ धरने पर बैठे थे, एवम समिति ने क्रमिक अनशन भी प्रारंभ कर दिया था।
सोमवार को हिमालय और हिंदुस्तान के संस्थापक डॉ0 रवि रस्तोगी द्वारा आरटीआई में प्राप्त प्रपत्र के आधार पर सूचित किया गया कि उक्त स्थान पर कभी कोई टोल प्लाज़ा प्रस्तावित ही नही किया गया था, सूचना मिलते ही समिति के लोग अचंभित रह गए। तहसीलदार ऋषिकेश के द्वारा धरना स्थल पर पहुँच कर धरना एवम अनशन समाप्त करा दिया गया।
सर्वदलीय संघर्ष समिति के प्रवक्ता उजपा नेता कनक धनाई ने कहा कि यदि टोल प्लाजा का कार्यक्रम निर्धारित ही नही था तो निर्माण स्थल पर जेसीबी किस कार्यक्रम के अंतर्गत बुलाई गई थी, पेड़ किस कार्यक्रम के अंतर्गत काटे गए, जब टोल प्लाजा बनना नही था तो क्षेत्रीय विधायक ने कौन से टोल प्लाजा के निरस्तीकरण का फरमान सुनाया था, किस बात की मिठाई बांटी गई थी।
कनक धनाई ने क्षेत्रीय विधायक एवम विधानसभा अध्यक्ष पर सीधा आरोप लगाते हुए कहा है कि चुनावी मुद्दा एवम झूठी वाहवाही बटोरने के धेय से विधायक जी द्वारा इस क्रियाकलाप को रंग दिया गया। खुद ही अफवाह उड़ाकर एवम स्वयं से ही टोल प्लाजा के निरस्त कराए जाने का डंका पीटा गया। संभवतया इसीलिए निरस्तीकरण का लिखित आदेश नही दिया जा रहा था।
खबर प्राप्त होने के बाद समिति के सदस्यों में क्षेत्रीय विधायक के खिलाफ व्यापक रोष है, सभी सदस्यों ने उक्त सूचना पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।