देहरादून डीटीआई न्यूज़ उत्तराखंड में इस वक्त राजनीतिक सरगर्मियां पूरे उफान पर हैं कांग्रेस और भाजपा में सबसे ज्यादा सरगर्मी और बेचैनी देखी जा रही है और सियासत को लेकर उत्तराखंड में तरह-तरह की सियासी अफवाहों का बाजार भी गर्म है उत्तराखंड में एकबार फिर सियासी हलचल तेज हो गई है। विधायक उमेश शर्मा काऊ के साथ कैबिनेट मंत्री डा. हरक सिंह रावत दिल्ली पहुंचे हैं। जिस फ्लाइट से दोनों दिल्ली गए, उसमे नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह भी मौजूद थे। तीनों की इस दौरान मुलाकात भी हुई। ऐसे में हाल के घटनाकर्मो को देखते हुए सियासी गलियारों में तमाम निहितार्थ निकाले जाने लगे। हालांकि, जागरण से फोन पर बातचीत में मंत्री हरक सिंह ने बताया कि उन्हें भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बुलाया है और उनसे मिलने ही दिल्ली गए हैं। उन्होने बताया कि फ्लाइट में संयोगवश नेता प्रतिपक्ष भी थे, जो किसी पारिवारिक कार्यक्रम में भाग लेने दिल्ली जा रहे थे।
चर्चा यह भी है कि भाजपा का शीर्ष नेतृत्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत को पार्टी संगठन में अहम जिम्मेदारी सौंप सकता है। इसी क्रम में उन्हें दिल्ली बुलाया गया है। मंत्री हरक सिंह रावत और भाजपा विधायक उमेश शर्मा काऊ दिल्ली में पार्टी मुख्यालय पहुंचे हैं।
उत्तराखंड की राजनीति में इन दिनों उथल-पुथल मची हुई है। भाजपा और कांग्रेस दोनों ही अपना कुनबा बढ़ाने में जुटे हुए हैं। सबसे पहले निर्दलीय विधायक प्रीतम पंवार ने चुनाव से ठीक पहले भाजपा का दामन थाम लिया। इसके बाद पुरोला से कांग्रेस के विधायक रहे राजकुमार ने कांग्रेस का हाथ छोड़ भाजपा के साथ चल दिए। इससे कांग्रेस को झटका लगा था।
उत्तराखंड में हुए इस सियासी घटनाक्रम के बीच एक बार फिर तमाम कयास लगाए जाने लगे हैं। इसकी वजह है कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत, भाजपा विधायक उमेश शर्मा काऊ का दिल्ली पहुंचना। इस दौरान उनके साथ फ्लाइट में नेता प्रतिपक्ष भी मौजूद रहे, जिससे राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज होने के साथ ही तरह-तरह तरह की बातें भी उड़ने लगी।
दूसरी तरफ मिली जानकारी के मुताबिक बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने दोनों को दिल्ली बुलाया है और कोई बड़ी जिम्मेदारी दोनों को सौंप सकते हैं। खबर है कि हरक सिंह रावत को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भी बनाया जा सकता है। अंदर खाने से खबर है कि इस बार कांग्रेस गोत्र के किसी मंत्री को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बनाया जा सकता है। उधर हरक सिंह रावत पहले भी चुनाव ना लड़ने का ऐलान कर चुके हैं। इससे पहले वह यह भी बता चुके हैं कि उनका प्रभाव उत्तराखंड की करीब 30 विधानसभा सीटों पर है। ऐसे में राजनीति पल-पल बदल रही है। माना जा रहा है कि हरक सिंह रावत को दिल्ली में कोई बड़ी जिम्मेदारी देकर उत्तराखंड भेजा जा सकता है। सूत्र बताते हैं कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने हरक सिंह रावत को दिल्ली बुलाया है माना जा रहा है और हरक सिंह रावत दिल्ली भी रवाना हो गए हैं साथ मे उमेश शर्मा काऊ भी गए है। देखना है कि आगे क्या होता है।