रुड़की डीटीआई न्यूज़ । रुड़की में कोरोना के कहर के बाद अब डेंगू का आतंक है। डेंगू का हाटस्पॉट बन चुके गाधारोणा गांव में 35 और लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई है। गांव में करीब एक सप्ताह में 129 मामले सामने आ चुके हैं। मुंडलाना में भी 12 लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई है। कई गांवों की रिपोर्ट अभी आना बाकी है। हरजौली में भी टीम ने सैंपल लिए।
मानसून सीजन के आसपास हर साल डेंगू के मामले सामने आते हैं। पिछले साल कोरोना की पहली लहर के बाद डेंगू के मामले कम आए थे। लेकिन इस साल कई जगह डेंगू कहर बन रहा है। सबसे पहले गाधारोणा में संदिग्ध बुखार फैलने की सूचना आयी थी। जिसके बाद गांव में स्वास्थ्य विभाग ने सर्वे किया और ग्रामीणों के ब्लड सैंपल लिए।
पिछले रविवार को 19 लोगों की एजाइजा जांच में डेंगू की पुष्टि हुई थी। धीरे-धीरे यह संख्या बढ़ती गई। बुखार पीड़ित एक पचास साल के व्यक्ति की मौत होने पर स्वास्थ्य विभाग ने फिर से सैंपल लिए थे। शनिवार को आयी रिपोर्ट में 35 और लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई। गाधारोणा गांव में डेंगू मरीजों की कुल संख्या 129 पहुंच गयी है।
जबकि 30 लोगों की रिपोर्ट आनी अभी बाकी है। इसके साथ ही मुंडलाना गांव में भी 12 लोगों की डेंगू की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है। शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग ने भलस्वागाज में भी बुखार फैलने की सूचना पर 59 लोगों के ब्लड सैंपल लिए गए हैं। हरजौली में भी बुखार फैलने की सूचना पर स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची
यहां 38 लोगों के सैंपल लिए गए हैं। 22 लोगों की मलेरिया की जांच की, लेकिन रिपोर्ट नेगेटिव आयी है। जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. गुरुनाम सिंह ने बताया कि दो गांवों में 47 लोगों में डेंगू की पुष्टि एलाइजा जांच में हुई है। क्षेत्रों पर लगातार नजर रखी जा रही है।
नौ मरीज अस्पताल में हैं भर्ती
रुड़की शहर में भी कई मोहल्लों में डेंगू मरीज मिले थे। आसपास क्षेत्र में लगातार मरीज मिलने पर सिविल अस्पताल में डेंगू मरीजों के लिए 30 बेड रिजर्व किए गए हैं। शनिवार दोपहर दो बजे तक यहां नौ मरीज भर्ती थे। सीएमएस डॉ. संजय कंसल ने बताया कि जो मरीज ठीक हो रहे हैं उन्हें घर भेजा जा रहा है। शुक्रवार को चौदह मरीज भर्ती थे।