हरिद्वार डीटीआई न्यूज़। हरिद्वार महाकुंभ 2021 में किन्नर अखाड़ा को 14वे अखाड़ा के रूप में मान्यता देने का मामला एक बार फिर सुर्खियों में आना शुरू हो गया है अब अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि ने किन्नर अखाड़े के खिलाफ एक बार फिर मोर्चा खोल दिया है। श्रीमंहत नरेंद्र गिरि ने किन्नर अखाड़े को 14 वें अखाड़े के रूप प्रचारित और प्रसारित करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की चेतावनी दी है। पूर्व में अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमंहत हरिगिरि के किन्नर अखाड़े के पक्ष में आने के बाद श्रीमहंत नरेंद्र गिरि का रुख नरम पड़ गया था।
कुंभनगरी हरिद्वार में किन्नर अखाड़े की भव्य पेशवाई निकाली गई थी। इसके बाद किन्नर अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी और संत सोशल मीडिया पर पूरी तरह से छा गए थे। किन्नर अखाड़े ने सहयोगी अखाड़े के तौर श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा के साथ शाही स्नान भी किया था। इसके बाद किन्नर अखाड़े की छावनी में संतों के दर्शन और आशीर्वाद के लिए श्रद्धालुओं की कतार लगनी शुरू हो गई थी। इस बीच सोशल मीडिया पर किन्नर अखाड़े को 14वें अखाड़े के रूप में प्रचारित प्रसारित किया जा रहा है।
अब अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि ने किन्नर अखाड़े को 14 वां अखाड़ा बताने पर एक बार फिर विरोध प्रकट किया है। उन्होंने पत्रकारों से वार्ता के दौरान कहा कि जो भी किन्नर अखाड़े को 14वें अखाड़े के रूप में प्रचारित प्रसारित करेेगा अखाड़ा परिषद उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराएगा। उन्होंने कहा कि अखाड़े केवल 13 हैं और भविष्य में भी 13 ही रहेंगे। उन्होंने कहा कि लोगों में भ्रम फैलाने की कुचेष्टा को सहन नहीं किया जाएगा।

विधायक सुरेश राठौर को महामंडलेश्वर बनने पर अंतिम फैसला अखाड़ा कोर कमेटी की बैठक में कहा कैलाशानंद गिरी ने

ज्वालापुर विधानसभा क्षेत्र के भाजपा विधायक सुरेश राठौर को महामंडलेश्वर उपाधि देने की घोषणा के मामले में पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी बैकफुट पर आ गया है। निरंजन पीठाधीश्वर कैलाशानंद गिरि ने कहा कि अखाड़े की कोर कमेटी की बैठक में बाद सुरेश राठौर को महामंडलेश्वर की उपाधि देने पर अंतिम निर्णय किया जाएगा। गौरतलब है कि विधायक को महामंडलेश्वर की बनाए जाने पर कुंभनगरी के संत समाज ने कड़ा विरोध किया था। 

धर्म संसद में होगा विरोध

शंकराचार्य स्वामी स्वारूपानंद सरस्वती के शिष्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने विधायक सुरेश राठौर को महामंडलेश्वर बनाए जाने पर आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा किसी व्यक्ति को संन्यास परंपरा के विरुद्ध ऐसे ही महामंडलेश्वर नहीं बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि महाकुंभ में ऐसे लोगों का विरोध किया जाएगा। धर्म संसद में भी इस विषय पर चर्चा की जाएगी।

By DTI